US illegal migrants: अमेरिका में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। व्हाइट हाउस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक तस्वीर शेयर कर बताया कि सैन्य विमानों के जरिए illegal migrants को सीमा पार ग्वाटेमाला भेजा जा रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में यह कदम उनके चुनावी वादों को पूरा करने के तहत उठाया गया है। पहले दिन दो फ्लाइट्स में 160 प्रवासियों को निकाला गया। प्रशासन का कहना है कि अवैध प्रवासियों के खिलाफ यह कार्रवाई सख्ती से जारी रहेगी। व्हाइट हाउस ने इस तस्वीर के साथ लिखा, ‘वादे किए गए, वादे निभाए गए।’ इस कदम से सीमा सुरक्षा मजबूत करने और अवैध घुसपैठ को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
राष्ट्रपति ट्रंप का बड़ा कदम
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान के दौरान illegal migrants के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। उन्होंने वादा किया था कि राष्ट्रपति बनते ही वह अवैध प्रवासियों को देश से बाहर करेंगे। ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद इस वादे को अमल में लाने के लिए कार्यकारी आदेश जारी किया गया। अब प्रशासन ने इस आदेश को लागू कर दिया है। अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है और सैन्य विमानों के जरिए ग्वाटेमाला जैसे पड़ोसी देशों में भेजा जा रहा है।
https://twitter.com/WhiteHouse/status/1882764883999236351
व्हाइट हाउस ने अपनी पोस्ट में लिखा, “जो भी अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करेगा, उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।” पोस्ट में साझा की गई तस्वीर में देखा जा सकता है कि प्रवासियों को हथकड़ी पहनाकर सैन्य विमान C17 की ओर ले जाया जा रहा है।
पहले दिन 160 प्रवासियों को निकाला गया
गृह विभाग के अनुसार, पहली दो फ्लाइट्स में कुल 160 illegal migrants को ग्वाटेमाला भेजा गया। इनमें से हर फ्लाइट में 80-80 प्रवासी थे। गृह विभाग ने कहा कि अमेरिका और ग्वाटेमाला अवैध प्रवास को समाप्त करने और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रवासी इन विमानों में एक लाइन में खड़े होकर चढ़ते नजर आए। इस दौरान सुरक्षा बल पूरी तरह से मुस्तैद रहे। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि इस कदम से अवैध प्रवासियों को कड़ा संदेश जाएगा और अवैध घुसपैठ में कमी आएगी।
सीमा सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्धता
गृह विभाग ने अपने बयान में कहा, “यह अभियान सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम है। यह दिखाता है कि अमेरिका अब अवैध प्रवास को बर्दाश्त नहीं करेगा।” ट्रंप के इस फैसले पर उनके समर्थकों ने खुशी जताई है, जबकि कुछ मानवाधिकार संगठनों ने इसे कठोर कदम बताया है।
यह फैसला अमेरिकी सीमा सुरक्षा और अवैध प्रवास को लेकर नई नीति की शुरुआत है।



