US-China Trade War: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर चीन को सख्त लहजे में चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा है कि अगर चीन ने अपने 34% टैरिफ बढ़ोतरी के फैसले को वापस नहीं लिया, तो अमेरिका उसे 50% का भारी शुल्क लगा कर जवाब देगा। ट्रंप ने ये बातें अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर शेयर की हैं।
उन्होंने चीन को 8 अप्रैल 2025 तक का समय दिया है। अगर चीन तब तक पीछे नहीं हटता, तो 9 अप्रैल से नए शुल्क लागू कर दिए जाएंगे। ट्रंप ने ये भी कहा कि अगर दूसरे देश बात करना चाहें, तो अमेरिका उनके साथ बातचीत को तैयार है।
और आज 9 अप्रैल से ही अमेरिका ने चीन पर 104 परसेंट का टेरिटरी लगा दिया जिससे कि ट्रेड बार में और तेजी आने की संभावना है
अमेरिका में शेयर बाजार गिरा, निवेशक घबराए
ट्रंप की इस सख्त चेतावनी का सीधा असर अमेरिकी शेयर बाजार पर पड़ा है। अमेरिकी शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन गिरावट के दौर से गुजर रहा है। S&P 500 इंडेक्स में 1.7% की गिरावट दर्ज की गई, जो अब मंदी की स्थिति में पहुंच चुका है। सोमवार को जब बाजार खुला, तो डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में एक झटके में 1,200 अंकों की गिरावट आ गई। S&P 500 भी इस दबाव में टूट गया। इन गिरावटों ने बाजार में भारी बेचैनी और अनिश्चितता पैदा कर दी है।
टैरिफ से नहीं हटेंगे ट्रंप
इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें दावा किया गया था कि ट्रंप 90 दिनों के लिए टैरिफ से राहत दे सकते हैं, लेकिन व्हाइट हाउस ने इस खबर को नकार दिया। ट्रंप अपने फैसले पर अडिग हैं और उन्होंने साफ किया है कि वे टैरिफ में कोई ढील नहीं देंगे, भले ही मंदी की आशंका हो। हाल के दिनों में इस वजह से अमेरिकी शेयर बाजार से अरबों डॉलर की पूंजी निकल चुकी है, जिससे निवेशक और कंपनियां परेशान हैं।
चीन भी पीछे हटने को नहीं तैयार
चीन ने अमेरिका की ओर से लगाए गए आरोपों के जवाब में खुद भी अमेरिकी सामानों पर 34% टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है, जो गुरुवार से लागू हो जाएगा। चीन के उप वाणिज्य मंत्री लिंग जी ने कहा कि यह फैसला अमेरिका को बहुपक्षीय व्यापार व्यवस्था की ओर वापस लाने के लिए लिया गया है। लिंग जी ने रविवार को अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधियों से बात करते हुए यह भी कहा कि इस टैरिफ विवाद की जड़ अमेरिका में है और चीन सिर्फ जवाब दे रहा है।