नई दिल्लीः पूरी दुनिया में रूस को छोड़ कर कोई नहीं चाहता था की युद्ध शुरू हो, लेकिन वही हुआ। आज सुबह रूस ने युद्ध का ऐलान करते हुए यूक्रेन की राजधानी समेत 12 जगहों पर हमला कर दिया। इन सब के बीच तीसरे विश्व युद्ध की आशंका से ग्लोबल बाजार सहमे हुए हैं और आज सुबह से सभी एशियाई बाजार भी गिरावट के लाल निशान में ही कारोबार कर रहे हैं। यूक्रेन पर हमला होने के तुरंत बाद भारत में सेंसेक्स 1800 अंक गिरा और निफ़्टी 500 अंक गिर चुका है।
भारतीय अर्थव्यवस्था और बाजार पर इस चीज़ का गहरा प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि अगर यह युद्ध तीसरे विश्व युद्ध की तरफ बढ़ेगा तो व्यापारिक गतिविधियों पर निगेटिव असर जरूर पड़ेगा। जिनमें सबसे महत्वपूर्ण है कच्चा तेल जिसका दाम पहले ही 101 डॉलर प्रति बैरल है उसमें और उछाल भारत के लिए सबसे बड़ी मुश्किल पैदा कर देगी। कच्चे तेल के बढ़ते दामों का भार ऑयल एंड गैस मार्केटिंग कंपनियों ने ग्राहकों पर नहीं डाला है लेकिन वह पल अब दूर नहीं जब इसका शिकार भारत के निवासी होंगे। यह भी कहा जा रहा है की भारत में तेल के दामों में एकमुश्त बड़ी बढ़ोतरी होगी। वहीं हमला होने के तुरंत बाद सेंसेक्स 1800 अंक गिरा और निफ़्टी 500 अंक गिर चुका है।
तेल के दाम बढ़ने से माल ढ़ुलने पर भी असर आएगा जिसके कारण खाने के सारे वस्तुओं के दाम भी आसमान छुएंगे जैसे सब्जियों-फल, दालें, तेल आदि। अगर महंगाई बढ़ी तो रिजर्व बैंक के अनुमानित आंकड़ों से ये ऊपर चली जाएगी और फिर देश का केंद्रीय बैंक दरें बढ़ाने पर मजबूर हो जाएगा। युद्ध होने के कारण ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी महंगाई बढ़ेंगी क्योंकि भारत में इम्पोर्ट होने वाला अधिकतर मेटल रूस से इम्पोर्ट किया जाता है।
(उज्ज्वल चौधरी)