झांसी में खसखस का पौधा बताकर अफीम की खेती करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ। जैसे ही इस मामले की सूचना पुलिस को लगी तो उन्होंने 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि 3 फरार है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अफीम के 92743 पौधों की इतनी कीमत
योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशे के खिलाफ अभियान के तहत रक्सा थाना पुलिस ने अमरपुर ग्राम में हो रही अफीम की खेती की सूचना पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस को 92 हजार से अधिक संख्या में पोस्ता के पौधे मिले। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जिसकी कीमत करोड़ो आंकी जा रही है। जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर मौके से 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि 3 फरार चल रहे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
खसखस का बीज समझकर की थी खेती- आरोपी
इस बीच सीओ सदर प्रज्ञा पाठक ने बताया कि रक्सा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गांव अमिरपुर में अफीम की खेती करने वाले दो स्थानों पर छापेमारी की। जहां 2 आरोपियों को अफीस के पौधों सहित बरामद किया है। वहीं गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि भूरा यादव ने उन लोगों को इस फसल का बीज ये कहकर बेचा था कि यह खसखस का बीज है। यह फसल कम लागत में तुम्हें अच्छा मुनाफा देगी। वह खुद भी गांव के ही किशोर प्रजापति और उनके लड़के जितेंद्र प्रजापति के साथ मिलकर उन्हीं के खेत में खसखस की यानि अफिम की फसल कर रहा है। ऐसे में वह दोनों भी भूरा यदाव की बातों में आ गए। आरोपियों ने बताया कि वह जुगल किशोर के खेत पर साझेदारी में इस फसल की खेती करने लगे।
वहीं सीओ प्रज्ञा ने बताया कि एसएसपी राजेश एस के निर्देशन में रक्सा थाना पुलिस ने गांव अमरपुर में छापेमारी करते हुए किशोर और धर्मेंद्र कुशवाह साहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही अफीम के 92743 पौधों को कब्जे में ले लिया है।