रांची। मिडे मिल की तर्ज पर Jharkhand सरकार राज्य में कल्याण विभाग के अंतर्गत चलाए जा रहें 593 हॉस्टल में रहने वाले करीब 26 हजार छात्रों को मुफ़्त खाना और नाश्ता की व्यवस्था करने वाली है। सरकार के इस योजना के अंतर्गत हॉस्टल में रह रहें छात्रों को दिन में दो बार दो बार भोजन और एक बार जलपान मिलेगा। गौतलब है कि विभाग के इन हॉस्टलों में स्कूल और कॉलेजों में पढ़ने वाले अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र रहते हैं। वर्तमान में इन्हे अपने खाने की व्यवस्था खुद करनी पड़ती है।
प्रस्ताव पर मुहर बाकी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार Jharkhand सरकार की इस योजना से संबंधित फ़ाइलें कल्याण विभाग विभिन्न अधिकारियों के टेबल से गुजर रही है। फ़ाइलों को देख रहे कई अफसरों ने इस पर आनेवाले खर्च को लेकर चर्चा कर रहें कुछ अफसरों इस योजना से सहमत भी है। बजट को देखते हुए अधिकारियों ने सरकार से सिर्फ आदिवासी बच्चों के लिए यह योजना शुरू करने की सलाह दी। लेकिन इसमें ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को भी इससे जोड़ा जा सकता है। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और विभागीय सचिव ने छात्रों के हित में फाइल पर सहमति दी है। जिसके बाद इस प्रस्ताव को योजना एवं प्राधिकृत समिति को भेजा गया है। जहां विकास आयुक्त की अध्यक्षता में यह समिति प्रस्ताव पर निर्णय लेगी। प्रस्ताव पर फाइनल मुहर के बाद आखिरी स्वीकृति के लिए कैबिनेट को भेजा जाएगा।
सालाना 95-105 करोड़ रुपए खर्च करेगी Jharkhand सरकार
सरकार के इस योजना पर सालाना करीब 95 से 105 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जिसमें छात्रावासों में किचेन, रसोइए और उसके सहायकों की नियुक्ति आदि किया जाएगा। खबर है कि 50 छात्रों पर एक रसोइया और एक सहायक रसोइया होगा और छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी पर रसोइया एवं उसके सहायक की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।