रांची। बिहार के बाद अब झारखंड चर्चा में है। चर्चा का कारण राज्य में पिछले दिनों हुए राजनीतिक चहल पहल और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा गिरफ्तार किया जाना है। पूर्व मुख्यमंत्री के ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद राज्य में नए मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन ने शपथ ली। जिसके बाद पार्टी में बगावत के सुर दिख रहें हैं। सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के बाद पार्टी के कुछ नेता नराज चल रहें हैं। लोबिन हेम्ब्रम और चमरा लिंडा ने पार्टी आलाकमान से नाराजगी जाहीर की है। पार्टी में बढ़ते हुए बगावत को देखते हुए, और पार्टी में टूट की आशंका के चलते रिसॉर्ट में पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री के शपथ के तुरंत बाद ही सभी विधायकों को हैदराबाद भेज दिया गया।
5 फरवरी को बहुमत साबित करेंगे चंपई सोरेन
पार्टी के सभी विधायकों फिलहाल हैदराबाद में है। जहां से सभी विधायकों को 5 फरवरी को वापस लाया जाएगा। इस दिन चंपई सोरेन सरकार को सदन में अपना बहुमत साबित करने हैं। जिसके लिए विधानसभा में 5 और 6 फरवरी को विशेष सत्र बुलाया गया है। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा कथित जमीन घोटाले में गिरफ़्तार करने के बाद चंपई सोरेन को राज्य में मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्यपाल ने उन्हें सदन में बहुमत साबित करने को कहा और 10 दिन का वक्त दिया है।
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झारखंड में ये है सीटों का गणित
JMM- 29
BJP-26
INC- 17
आजसू -03
सीपीआई माले – 01
NCP -01
RJD- 01
निर्दलीय -02
खाली -01