कानपुर। प्रार्थना में कलमा पढ़ाए जाने के मामले में पी रोड स्थित फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक के खिलाफ सीसामऊ थाना में बीतीरात को धार्मिक भावना भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल के प्रर्थना सभा में कलमा पढ़ाया जा रहा है। जबकि स्कूल प्रधानाचार्य का कहना स्कूल की प्रार्थना सभा में सभी धर्मों का पाठ कराया जाता है।
फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल में सुबह होने वाली प्रार्थना में कलमा पढ़ाए जाने का मामला तब प्रकाश में आया जब रविवार को इसका वीडियो वायरल हुआ। यह वीडियो अभिभावक अभिषेक मिश्रा की ओर से रविवार को ट्वीट किया था, जिसमें अभिभावक आरोप लगा रहे थे कि स्कूल में बच्चों को एक विशेष समुदाय यानि कलमा पढ़ाया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद भारी संख्या में सोमवार सुबह अभिभावक स्कूल पहुंचे और गेट के बाहर प्रदर्शन किया। पार्षद महेन्द्र नाथ शुक्ला ने धरना दिया। विहिप के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे।
हंगामे की सूचना पाकर एडीएम सिटी अतुल कुमार और सीसामऊ एसीपी निशंक शर्मा मौके पर पहुंचे और समझाने के बाद अभिभावक शांत हुए। स्कूल प्रिंसिपल व बच्चों से मुलाकात की। स्कूल प्रॉस्पेक्टस में जो प्रार्थना लिखी थी, उसे देखा। अभिभावक अंकित गुप्ता का कहना था कि उनकी बेटी यहां आठ साल से पढ़ रही है। यहां तब से कलमा पढ़ाया जा रहा है और इसका अर्थ कभी नहीं बताया गया।
अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल में करीब बारह वर्षों से प्रार्थनाएं चल रही है। इस संबंध में देरशाम को अभिभावकों की ओर से तहरीर दी गई और देर रात में स्कूल प्रबन्धक के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने एवं धर्म परिवर्तन का मुकदमा किया है।
वहीं, स्कूल के प्रबंधक सुमित मखीजा ने अपना पक्ष रखते हुए कहाकि विद्यालय में सभी धर्म के बच्चे पढ़ते है। स्कूल में पिछले करीब 12 साल से सभी धर्मों के श्लोक, गुरुवाणी और दुआ का पाठ कराया जाता है। बच्चों की स्कूल की डायरी में भी इन्हें प्रकाशित किया गया है। इससे पहले कभी किसी विद्यार्थी के परिजन ने आपत्ति नहीं की थी। स्कूल प्रिंसिपल अर्चना ने बताया कि विरोध के बाद स्कूल प्रबंधन ने सर्वधर्म प्रार्थना को बंद कर दिया है।