कानपुर: कानपुर के सफारी जंगल को शनिवार सुबह से दर्शकों के लिए फिर से खोल दिया गया है. पिछले साल इसका उद्घाटन हुआ था, लेकिन बारिश के चलते जंगली जानवरों के खतरे को देखते हुए इसे अनिश्चित समय के लिए बंद करना पड़ा था. लेकिन इस बार दर्शकों की सुरक्षा की पूरी तैयारी के साथ इसे खोला जा रहा है. कानपुर जू के निदेशक केके सिंह ने बताया कि शनिवार से जंगल सफारी को फिर से दर्शकों के लिए खोल दिया है.
सुरक्षा को लेकर तैयार किए गए हैं तीन वॉच टॉवर
आपको बताते चले की घने जंगल में एक प्राकृतिक झील, सुनसान इलाके में विदेशी पक्षियों की आवाज और झील के किनारे धूप सेंकता एक मगरमच्छ अचानक पास में बैठे एक पक्षी पर झपट पड़ा. यह कोई फिल्मी सीन नहीं है, बल्कि जू में जंगल सफारी के आम सीन हैं. दर्शक महज 100 रुपये में वॉच टावरों पर खड़े होकर देख सकेंगे।
जू में सिर्फ निर्धारित समय में ही जा सकेंगे दर्शक
लोग छुट्टीयों में अपने परिवार के साथ जंगल सफारी पर जा सकेंगे. दर्शनार्थियों के लिए सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक खोला जाएगा. जूलॉजिकल गार्डन के अंदर करीब 32 हेक्टेयर में जंगल फैला हुआ है. पहले दर्शकों की एंट्री पर रोक थी. अब जू प्रशासन ने रेवेन्यू बढ़ाने के लिए एक बार फिर जंगल सफारी खोल दी है.
जंगल को करीब 50 वर्ष पहले किया गया था तैयार
यह जंगल करीब 50 साल पहले वन्य जीवों के संरक्षण के लिए तैयार किया गया था. जंगल के चारों ओर झील किनारे रहने वाले रंग-बिरंगे विदेशी पक्षी और मगरमच्छ नजर आएंगे. हालांकि दर्शक वॉच टावर पर खड़े होकर इसका नजारा देख सकेंगे. जंगल में पेड़ों के बीच पत्थर का रास्ता बनाया गया है.
दर्शकों की सुरक्षा के लिए किए गए कई इंतजाम
जू डायरेक्टर ने बताया कि एक बैच में सिर्फ 10 लोगों को ही जंगल सफारी में जाने की इजाजत होगी. चिड़ियाघर के बाड़े में या बाहर से किसी भी जानवर, मगरमच्छ को झील से बाहर आने से रोकने के लिए चारों तरफ 10 फीट ऊंची लोहे की जाली लगाई गई है. दर्शकों की सुरक्षा के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, इतना ही नहीं सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहेंगे.
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