KDA Aero City: कानपुर में सोलर प्लांट की योजना पर विराम लग गया है, और अब इस जमीन पर एयरोसिटी बनाई जाएगी। दिल्ली के एयरपोर्ट के पास स्थित एयरोसिटी की तर्ज पर कानपुर एयरपोर्ट के पास भी एक नया एयरोसिटी बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है। इस योजना की घोषणा कानपुर विकास प्राधिकरण (KDA) ने की है। हालांकि, इसके लिए जमीन को लेकर नगर निगम और केडीए के बीच विवाद चल रहा है। नगर निगम ने इस भूमि पर सोलर प्लांट लगाने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन केडीए ने इसे अपने एयरोसिटी प्रोजेक्ट के लिए आवश्यक बताया है।
कानपुर के विकास के लिहाज से यह एक बड़ा कदम है। शहर में एयरपोर्ट के पास एयरोसिटी बनाने से न केवल यात्री सुविधाओं का विस्तार होगा, बल्कि रोजगार और स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ होगा। दिल्ली की एयरोसिटी की तरह, कानपुर में भी होटल, मॉल और रेस्टोरेंट के साथ-साथ अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी। खास बात यह है कि दिल्ली एयरोसिटी में स्थित सुविधाएं किफायती और यात्रियों के लिए अत्यधिक सुविधाजनक हैं। केडीए की योजना है कि कानपुर में भी ऐसी ही सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
नगर निगम और KDA के बीच विवाद
कानपुर विकास प्राधिकरण और नगर निगम के बीच जमीन के स्वामित्व को लेकर विवाद बढ़ गया है। नगर निगम की प्रस्तावित योजनाओं में एक सोलर प्लांट लगाने का इरादा था, जो अब केडीए द्वारा एयरोसिटी के लिए चिन्हित की गई जमीन पर था। इस मामले में कानपुर नगर निगम ने केडीए से आपत्ति जताई थी। केडीए ने इसका जवाब देते हुए बताया कि यह भूमि एयरोसिटी के लिए उपयुक्त है, खासकर इसलिए कि यह भूमि एयरपोर्ट के पास स्थित है। इसके अलावा, केडीए ने कहा कि यह एयरोसिटी दिल्ली के एयरपोर्ट के पास स्थित एयरोसिटी की तरह होगी।
KDA ने सोलर प्लांट की योजना को ठुकराया
KDA ने नगर निगम को अपनी योजनाओं में हस्तक्षेप नहीं करने का अनुरोध किया और कहा कि यदि नगर निगम को अपनी योजनाओं के लिए जमीन चाहिए तो वह 50 से 100 एकड़ तक जमीन उपलब्ध करा सकता है। केडीए के सूत्रों के मुताबिक, कानपुर विकास प्राधिकरण को अन्य आवासीय योजनाओं के लिए भूमि की आवश्यकता है, और यदि इस विवाद के कारण नगर निगम को जमीन दी जाती है तो केडीए की महत्वकांक्षी योजनाएं रुक सकती हैं।
इस विवाद के समाधान के लिए शासन स्तर पर विचार-विमर्श किया जा रहा है, और जल्द ही इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।