नई दिल्ली। Kedarnath Dham की यात्रा का प्लान कर रहें लोगों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के बैठक में इस पर फैसला हुआ कि मंदिर के कपाट कब खोले जाएंगे।
इस दिन बाबा के खुलेंगे कपाट
हाल ही में बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा की गई घोषणा में यह खुलासा किया कि ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ धाम के दरवाजे इस साल 10 मई को सुबह 7 बजे तीर्थयात्रियों के लिए खुलेंगे। समिति ने घोषणा की 6 मई को पंचमुखी डोली के प्रस्थान के साथ यात्रा शुरू होगी, जो विभिन्न पड़ावों से होकर 9 मई की शाम को केदारनाथ धाम के पवित्र गंतव्य तक पहुंचेगी। उत्तराखंड के उखीमठ में पचकदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर में आयोजित एक धार्मिक समारोह के दौरान बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के बैठक में यह फैसला लिया गया। इस बैठक में बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की मौजूद रहें।
क्यों बंद किए जाते हैं कपाट
गौरतलब है कि सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी के कारण रास्ते छह महीने के लिए बंद हो जाते हैं। इन 6 महीनें के लिए बाबा की मूर्ति को उखीमठ में स्थानांतरित कर दिया जाता है। फिर सर्दियों के बाद अप्रैल या मई के महीने में फिर से बाबा की मूर्ति को स्थापित किया जाता है। प्रतिवर्ष केदारनाथ मंदिर के दरवाजे दिवाली के दो दिन बाद भाई दूज के अवसर पर सर्दियों के मौसम के लिए बंद कर दिए जाते हैं। पिछले वर्ष मंदिर के कपाट 15 नवंबर को भारतीय सेना बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच बंद किए गये थे।
चार धामों में एक है Kedarnath Dham
केदारनाथ उत्तराखंड में चार धामों में सबसे लोकप्रिय हिंदू तीर्थ में से एक है। चार धाम तीर्थयात्रा हिमालय की ऊंचाई पर स्थित चार पवित्र स्थल बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा है। केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित देश के सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक है। यह साल के छह महीने खुला रहता है, इस दौरान देश भर से लोग दर्शन के लिए मंदिर में आते हैं।