नई दिल्ली: अरविन्द केजरीवाल ने शुक्रवार, 26 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर आरोप लगाते हुए बीजेपी को जनता द्वारा चुने गए सरकार का हत्यारा बताया। उन्होने बीजेपी को सीरियल किलर बताते हुए कहा की बीजेपी एक के बाद एक सारे विरोधी पार्टियों का खात्मा कर रही है जिन्हे जनता ने अपने लिए चुना है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भाजपा पर चुने गए सरकारों के खिलाफ साजिश रचने तथा ईडी और सीबीआई छापे को हथियार की तरह इस्तेमाल कर उन्हें गिराने का आरोप लगाया। उन्होंने आगे कहा कि भगवाधारी पार्टी कुछ इसी तरीके से दिल्ली सरकार को भी गिराने की कोशिश कर रही है। केजरीवाल ने कहा कि शहर में एक नया सीरियल किलर आया है, जनता सरकार चुनती है और ये (बीजेपी) गिरा देते है। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर शराब नीति मामले में सीबीआई की छापेमारी के बाद केजरीवाल ने बीजेपी पर चौतरफा हमला बोल दिया।
केजरीवाल ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि बीजेपी ने अभी तक कुल 277 विधायक ख़रीदे हैं। उन्होंने आगे कहा कि GST और ईंधनों के बढे दामों के पैसों से बीजेपी ने इन सारे विधायकों को ख़रीदा है। केजरीवाल ने अपने भाषण में बीजेपी का गणित बताते हुए कहा कि अभी तक बीजेपी ने 277 विधायक ख़रीदे हैं। अगर 20 करोड़ प्रति विधायक का माने तो बीजेपी ने कुल मिलाकर 5,500 करोड़ रूपए विधायकों को खरीदने में लगाए हैं। यह सारा पैसा जनता का है जो बीजेपी खुद की सरकार बनाने के लिए इस्तेमाल कर रही है जिस कारण देश में इतनी महंगाई बढ़ी हुई है।
दिल्ली विधानसभा के एक सपेशल सत्र में सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी मेरे ऊपर हजार छापे मार ले मगर उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि मेरा दोष बस यही है की मैंने दिल्ली में शिक्षा को आगे बढ़ाने का काम किया है, बीजेपी इसे पचा नहीं पा रही। दूसरी तरफ पूरी दुनिया इसकी तारीफ कर रही है।
केजरीवाल ने बीजेपी के ऑपरेशन लोटस को ऑपरेशन कीचड़ बताते हुए कहा कि मैं सदन में विश्वास प्रस्ताव लाऊंगा और जनता को दिखाऊंगा की यहाँ सब सही है और हमारे बीच से कोई नहीं टुटा। विश्वास प्रस्ताव से यह साबित हो जायेगा की हमारे बीच कोई फुट नहीं पड़ा है। हमारे सभी विधायक हमारे साथ हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) ने केंद्रीय जांच एजेंसियों को लेकर आप और बीजेपी के बीच राजनीतिक तनातनी के बीच शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। विपक्ष के नेता रमेश बिधूड़ी ने सत्ताधारी दल पर आरोप लगाया कि विधानसभा को ‘राजनीतिक अखाड़ा’ बना दिया है। उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में विधानसभा का एक दिवसीय सत्र बुलाना एक तरीके का मजाक है।