
उन्होंने आत्मघाती हमलावर से जुड़ी एक और गाड़ी भी ज़ब्त की है। हमलावर, जो उनके अनुसार, दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफ़ेसर के रूप में काम करता था, ने इस मामले पर टिप्पणी के लिए विश्वविद्यालय से संपर्क किया है। बुधवार को जब अधिकारियों ने कहा कि हमलावरों के अल फलाह विश्वविद्यालय से संबंध हैं, तो शैक्षणिक संस्थान के प्रबंधन ने कहा कि उनका “विश्वविद्यालय में आधिकारिक क्षमता में काम करने के अलावा उक्त व्यक्तियों से कोई संबंध नहीं है।”
NIA ने 70 से अधिक गवाहों से पूछताछ की है तथा बम विस्फोट में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है। ऐतिहासिक किले के बाहर हुआ विस्फोट 2011 के बाद से कड़ी सुरक्षा वाले इस शहर में पहला विस्फोट था। लाल किले में हुआ यह बम हमला देशभर में सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बना रहा है, जिसके बाद राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त कर दी गई थी। जांचकर्ता स्थल से मिले सबूतों और तकनीकी जानकारी के आधार पर मामले को आगे बढ़ा रहे हैं। सरकार ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और केवल आधिकारिक स्रोतों से मिली जानकारी पर भरोसा करने की अपील की है।