Delhi Coaching Incident: ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने के कारण तीन छात्रों की जान चली गई। अब एमसीडी लापरवाही करने वाले कोचिंग सेंटर और अन्य स्थानों पर कार्रवाई कर रही है। वहीं, छात्र इस घटना से जुड़े लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह मुद्दा सोमवार को संसद में भी उठाया गया।
किन धाराओं में दर्ज हुआ केस
राव आईएएस कोचिंग सेंटर (Delhi Coaching Incident) के सीईओ और मालिक अभिषेक गुप्ता और संचालक देशपाल सिंह को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
अभिषेक गुप्ता और अन्य आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 106 (लापरवाही से मौत), 115 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), और 290 (इमारत के मामले में लापरवाही) के तहत केस दर्ज किए गए हैं।
जानिए कौन है अभिषेक गुप्ता?
अभिषेक गुप्ता की लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह फरवरी 2009 से राव आईएएस कोचिंग के सीईओ हैं। 2008 से पहले, उन्होंने दो साल जोन्स लैंग लासेल में काम किया था। इससे पहले, उन्होंने 11 महीने इवैल्यूवर्स के लिए बिजनेस एनालिस्ट के रूप में काम किया।
2004 से 2006 तक, वह वॉटसन व्याट में एनालिस्ट थे। वर्तमान में वह गुरुग्राम में रहते हैं। उन्होंने शहीद सुखदेव सिंह कॉलेज से 2004 में बैचलर ऑफ फाइनेंस एंड इनवेस्टमेंट एनालिसिस में ग्रेजुएशन किया था और उनकी स्कूली पढ़ाई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से हुई है।
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1953 में हुई थी कोचिंग सेंटर की स्थापना
राव आईएएस स्टडी सर्कल की स्थापना 1953 में डॉ. एस. राव द्वारा कनॉट प्लेस के एक छोटे से कमरे से की गई थी। वर्तमान में इस कोचिंग सेंटर की 9 से 10 महीने की फीस डेढ़ लाख से अधिक है। इसी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने के कारण छात्रों की मृत्यु हुई थी।
शनिवार को अचानक बेसमेंट में पानी भर गया, जब कोचिंग सेंटर में करीब 30 छात्र थे। जिन छात्रों की मृत्यु हुई, उनमें आंबेडकर नगर की श्रेया यादव, केरल के निविन दलविन, और तेलंगाना की तान्या सोनी शामिल हैं।