UP में अस्पताल की अमानवीय हरकत इलाज का बिल न चुकाने पर पांच घंटे गिरवी रखा शव

UP के झांसी जिले में एक निजी अस्पताल ने इलाज के बाद मृत युवक का शव परिजनों को सौंपने से इनकार कर दिया। अस्पताल ने पहले इलाज के लिए 1.07 लाख रुपये जमा करवाने थे और बाद में मृत्यु के बाद अतिरिक्त 77,000 रुपये माँगे। जब परिजन पैसे नहीं दे पाए, तो शव पाँच घंटे तक गिरवी रख लिया गया।

शव पाँच घंटे तक गिरवी रख लियाUP के झांसी जिले में एक निजी अस्पताल ने इलाज के बाद मृत युवक का शव परिजनों को सौंपने से इनकार कर दिया। अस्पताल ने पहले इलाज के लिए 1.07 लाख रुपये जमा करवाने थे और बाद में मृत्यु के बाद अतिरिक्त 77,000 रुपये माँगे। जब परिजन पैसे नहीं दे पाए, तो शव पाँच घंटे तक गिरवी रख लिया गया। सड़क हादसे में घायल युवक को एंबुलेंस चालक मेडिकल अस्पताल के बजाय निजी अस्पताल में ले गया था। पांच घंटे तक बातचीत व मिन्नतों के बाद, गांव के कुछ लोगों ने 25,000 रुपये एक साथ दिए — तब जाकर अस्पताल ने शव परिजनों को सौंपा। परिजन जब शव लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, तब यह बात सामने आई। पुलिस का कहना है कि परिजनों की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। 

इलाज कराने के लिए जमीन तक बेचनी पड़ी

घायल युवक का नाम था दिनेश कुशवाहा (27), जो बाइक दुर्घटना में घायल हुआ था। इलाज कराने व अस्पताल का बिल चुकाने के लिए उसकी परिवार को अपनी 50 डिसमिल जमीन तक बेचनी पड़ी। उसके परिजनों ने बताया कि 19 नवंबर को दिनेश बाइक से बहन से मिलने उसके गांव जा रहा था। गांव पहुंचने पर मिट्टी के ब्रेकर में उसकी बाइक असंतुलित होकर गिर गई। उसके सिर में गहरी चोट आई।

अब परिवार के सामने इकलौता कमाने वाला चला गया, और साथ में उनकी जमीन भी। परिवार में दो छोटे बच्चों की माँ अब काफी दिक्कत में है। इस पूरे मामले ने न सिर्फ अस्पताल व्यवस्था बल्कि स्वास्थ्य व वित्तीय सुरक्षा के नाम पर चल रहे सिस्टम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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