UP news: (Kanpur) के सिविल लाइंस स्थित ग्रीनपार्क स्टेडियम से चार महीने पहले गायब हुई कारोबारी की पत्नी की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने महिला के शव को वीआईपी रोड पर स्थित ऑफिसर्स क्लब के परिसर में दफनाया हुआ पाया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी जिम ट्रेनर को गिरफ्तार किया है, जिसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
कैसे हुआ अपहरण और हत्या?
पीड़ित महिला का नाम एकता गुप्ता था, जो कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी थीं। 24 जून को एकता रोज की तरह ग्रीनपार्क स्टेडियम में जिम करने गई थीं, लेकिन उस दिन के बाद से वह घर वापस नहीं लौटीं। राहुल ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि जिम ट्रेनर विमल सोनी ने एकता को नशीला पदार्थ देकर बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था।
पुलिस ने की आरोपी की गिरफ्तारी
शनिवार को पुलिस ने विमल सोनी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में विमल ने एकता की हत्या कर शव को ऑफिसर्स क्लब के परिसर में दफनाने की बात स्वीकार की। इसके बाद पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर खोदाई शुरू की और देर रात एकता का शव बरामद कर लिया गया।
क्या हो सकती है हत्या की वजह?
राहुल गुप्ता ने पहले ही पुलिस को जानकारी दी थी कि एकता के बैंक खातों से लाखों रुपये और घर से सारे गहने गायब थे। उन्होंने इस आशंका को भी जताया था कि नकदी और गहनों के कारण एकता के साथ अनहोनी हो सकती है। माना जा रहा है कि जिम ट्रेनर विमल सोनी का एकता से संबंध था, लेकिन संभव है कि एकता उससे दूरी बनाना चाहती थीं, जिस पर विमल ने विरोध करते हुए हत्या कर दी।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
जब एकता लापता हुईं, तब पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। हालांकि, कार मिलने के बाद भी पुलिस ने यह मान लिया कि एकता और विमल दोनों कहीं चले गए होंगे और मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। लेकिन विमल की गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस ने दोबारा मामले को उठाया और इस रहस्य का खुलासा हुआ।
यह भी पढ़े: ‘मैं 40 दिन से फरार हूं…’ अदालत का आया नोटिस, बीजेपी कार्यकर्ता को पीटने वाली रोशनी ने क्या कह दिया
वीआईपी इलाके में हत्या कैसे हुई?
ऑफिसर्स क्लब के आसपास वीआईपी लोग रहते हैं, जिनमें न्यायिक और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं। सवाल उठता है कि इतने सुरक्षित इलाके में जिम ट्रेनर विमल कैसे महिला को लेकर गया और वहां हत्या करने के बाद शव को दफना भी दिया। इसके पीछे कारण हो सकता है कि विमल की एक जिलाधिकारी कार्यालय के कर्मचारी से करीबी थी, जिससे उसका वहां आना-जाना आसान हो गया।