उनकी फिरकी के सामने इंडिया डी के बल्लेबाज ज्यादा टिक नहीं सके। दूसरी पारी में इंडिया डी ने 236 रन बनाए, लेकिन सबसे बड़ा नुकसान मानव सुथार की गेंदबाजी से हुआ। उन्होंने 19.1 ओवर में 49 रन देकर 7 विकेट झटके, जिसमें से 7 ओवर मेडन थे। इस युवा खिलाड़ी के बारे में एक दिलचस्प बात ये भी है कि मानव (Manav Suthar) के पिता चाहते थे कि वो एक विस्फोटक बल्लेबाज बनें, लेकिन वो एक बेहतरीन गेंदबाज बन गए।
मानव सुथार (Manav Suthar) ने राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक क्रिकेट कोचिंग क्लब से अपने करियर की शुरुआत की। उनके पिता जगदीश सुथार ने उन्हें एकेडमी में दाखिला दिलाते वक्त कोच धीरज शर्मा से कहा कि वो अपने बेटे को एक आक्रामक बल्लेबाज बनाना चाहते हैं, लेकिन कोच धीरज शर्मा ने 2 दिनों तक मानव के खेल का निरीक्षण किया और समझा कि उनका हुनर बल्लेबाजी से ज्यादा गेंदबाजी में है।
यह निर्णय बिल्कुल सही साबित हुआ और आज 22 साल की उम्र में मानव सुथार (Manav Suthar) घरेलू क्रिकेट में एक बड़ा नाम बन चुके हैं। उन्होंने अब तक 14 फर्स्ट क्लास मैचों में 65 विकेट लिए हैं, जो एक शानदार उपलब्धि है।
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दलीप ट्रॉफी में, मानव सुथार (Manav Suthar) ने इंडिया डी के खिलाफ कुल 8 विकेट हासिल किए। पहली पारी में एक और दूसरी पारी में 7 विकेट लिए। इस मैच में उन्होंने श्रीकर भरत को दो बार आउट किया और देवदत्त पडिक्कल, रिकी भुई और अक्षर पटेल जैसे बड़े खिलाड़ियों के विकेट लिए। जल्द ही ये खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए भी नज़र आ सकता है! IPL में भी मानव सुथार ने एक मैच खेला है, जहां वो गुजरात टाइटंस का हिस्सा थे। हालांकि उन्हें केवल एक मैच में मौका मिला था।