इस जीत में सबसे बड़ा रोल निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) का रहा। इस खिलाड़ी को प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। पूरन ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। 26 गेंदों में 250 के स्ट्राइक रेट से 65 रन बनाकर इस खिलाड़ी ने मैच का रुख पूरी तरह से अपनी ओर मोड़ लिया। इस तूफानी पारी में उन्होंने कई चौके और छक्के लगाए।
साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी (Nicholas Pooran) करते हुए 176 रन बनाए। इसके जवाब में वेस्टइंडीज के ओपनर्स एलिक अथानाजे और शाई होप ने टीम को बेहतरीन शुरुआत दी और 8 ओवर में 84 रन जोड़ दिए। अथानाजे ने 30 गेंदों में 40 रन बनाए और आउट हो गए, जिसके बाद टीम को 12 ओवर में 93 रन की जरूरत थी।
इसके बाद विकेटकीपर-बल्लेबाज निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) ने बल्लेबाजी की और आते ही साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों पर हमला बोल दिया। पूरन ने 26 गेंदों में 65 रन जड़ डाले। इस पारी में 7 छक्के और 2 चौके शामिल रहे। इस पारी के साथ ही निकोलस पूरन वेस्टइंडीज के लिए सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाने वाले बल्लेबाज भी बन गए।
अपनी 65 रनों की पारी में पूरन ने 56 रन सिर्फ बाउंड्री से ही बनाए। पूरन ने साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज नांद्रे बर्गर के एक ओवर में लगातार 4 छक्के लगाए। इस आक्रामक खेल (Nicholas Pooran) के आगे एडेन मार्करम की टीम ने हार मान ली। वहीं, शाई होप ने भी 36 गेंदों में 51 रन बनाए। इस तरह वेस्टइंडीज ने 13 गेंद बचते हुए ही 7 विकेट से इस मैच को जीत लिया।
इस मुकाबले में वेस्टइंडीज ने शुरुआत से ही अपना दबदबा बनाए रखा। कप्तान रोवमैन पॉवेल ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। साउथ अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने पावरप्ले में ही 4 विकेट झटक लिए। 8 ओवर में ही साउथ अफ्रीका के 42 रन पर आधे खिलाड़ी पवेलियन लौट गए थे।
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इसके बाद ट्रिस्टियन स्टब्स और पैट्रिक क्रुगर ने पारी को संभाला। स्टब्स ने 42 गेंदों में 76 रन बनाए, जबकि क्रुगर ने 32 गेंदों में 44 रन बनाए। इस साझेदारी के चलते साउथ अफ्रीका 176 रन बनाने में सफल रही, लेकिन पूरन की आक्रामक पारी के सामने यह स्कोर नाकाफी साबित हुआ।