नई दिल्ली: भारत में इस वक्त महिला रेसलर विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के ओलंपिक 2024 में से बाहर कर दिए जाने के चलते लोगों में काफी रोष देखने को मिल रहा है। भारत का हर नागरिक विनेश फोगाट से ओलंपिक में गोल्ड जीतने की पूरी उम्मीद लगाए बैठा था, लेकिन ओलंपिक के कुछ नियमों ने इन सारी उम्मीदों और मेहनत पर पानी फेर दिया।
विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को फाइनल मुकाबले से कुछ वक्त पहले ही अयोग्य करार दे दिया गया, जिसके बाद विनेश के साथ-साथ हर भारतीय की गोल्ड की उम्मीद भी टूट गई। महज 100 ग्राम वजन के चलते इस खिलाड़ी की सारी मेहनत धरी की धरी रह गई। अब ये बात तो बीत चुकी है लेकिन हर नए दिन के साथ हर भारतीय को अब भी विनेश फोगाट का पेरिस ओलंपिक 2024 की रेस से बाहर होना तिल-तिल खल रहा है।
महज 100 ग्राम बढ़े वजन की वजह से डिस्क्वालिफाई होने पर अब ओलंपिक नियमों में ग्रेस आदि पर बात होने लगी है। इस डिस्क्वालिफिकेशन के बाद अब लोगों के जहन में ये सवाल तेजी से उठने लगा है कि आखिर ओलंपिक के ये नियम बनाता कौन है और क्या ये नियम खेल के नियमों से थोड़े अलग होते हैं। अगर इन नियमों की वजह से किसी को कोई परेशानी होती है, तो क्या वो इन्हें चुनौती दे सकता है?
ये वो सारे सवाल हैं, जो विनेश फोगाट को बाहर कर दिए जाने के बाद लोग जानना चाह रहे हैं, तो चलिए बिना देरी किए जानते हैं ओलंपिक से जुड़े इन सवालों के जवाब। सबसे पहले बात करते हैं। ओलंपिक में नियम बनाए जाने वालो की। ओलंपिक गेम्स का आयोजन करने की जिम्मेदारी IOC की होती है। इसे अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति भी कहा जाता है। हर साल कोई देश इस खेल की मेजबानी करता है। ओलंपिक में नियम, खिलाड़ियों से जुड़े मुद्दों पर IOC ही फैसला लेती है।
लेकिन इसमें IOC भी ओलंपिक चार्टर के आधार पर काम करता है। अब ये भी जान लीजिए की ये ओलंपिक चार्टर होता क्या है। ओलंपिक चार्टर एक तरह से नियमावली या एक संहिता की तरह है, जिसमें ओलंपिक से जुड़ी कुछ खास बातें लिखी हैं। ओलंपिक चार्टर में खेलों के दौरान लागू होने वाले सभी नियम लिखे हैं, जिनके आधार पर IOC काम करती है। आईओसी फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल बैंडी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन, ओलंपिक चार्टर, इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्पोर्ट्स फेडरेशन, वर्ल्ड ओलंपिक एसोसिएशन के साथ काम करती है। इनके फैसले के आधार पर ही ओलंपिक में कोई बदलाव किया जाता है।
विनेश फोगाट को बाहर करने के बाद अब ये लोग जानना चाहते हैं क्या इन नियमों को कोई चैलेंज कर सकता है? तो आपको बता दें, अगर कोई एथलीट या कोई नेशनल कमेटी किसी नियम या फैसले के खिलाफ जाना चाहते हैं तो इन्हें Court Of Arbitration For Sport में चुनौती देनी होती है। ये एक स्वतंत्र संस्था है, जिसे इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर सपोर्ट की ओर से बनाया गया है।
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अब ये भी जान लीजिए की ओलंपिक में हर गेम में कितना ग्रेस मिलता है। जैसे कुश्ती में आमतौर पर 2 किलो तक ग्रेस मिल जाता है, लेकिन ओलंपिक में ठीक इसके उलट देखा जाता है। ओलंपिक वर्ल्ड चैंपियनशिप और एशियन चैंपियनशिप में ऐसा नहीं होता है। कई गेम्स में फेडरेशन ग्रेस भी देता है, लेकिन ओलंपिक में नहीं होता। इसका हालिया उदाहरण हमने विनेश फोगाट को बाहर करने के बाद देखा। विनेश को कोई ग्रेस नहीं दिया गया और महज 100 ग्राम बढ़े वजन के चलते उन्हें बाहर कर दिया गया।