Zen G : आज के समय में हुकअप कल्चर और फ्रेंड्स विद बेनिफिट्स युवाओं के बीच तेजी से फैल रहा है। लड़के और लड़कियां दोनों ही ऐसे रिश्तों को पसंद कर रहे हैं, जिनमें इमोशनल अटैचमेंट की कोई जगह नहीं होती। मौजूदा दौर में कई युवा भावनात्मक रूप से किसी बंधन में बंधना नहीं चाहते, क्योंकि उन्हें यह ट्रेंड कूल लगता है।
हुकअप, बेंचिंग, सिचुएशनशिप, Casual Relationship और फ्रेंड्स विद बेनिफिट्स रिलेशनशिप में लोग बिना किसी भावनात्मक जुड़ाव के एक-दूसरे के साथ घूम सकते हैं, मजे ले सकते हैं और सबसे अहम शारीरिक संबंध बना सकते हैं, बिना किसी परेशानी के। हुकअप शब्द का इस्तेमाल आज के युवा आमतौर पर कैजुअल सेक्स के लिए करते हैं।
हालांकि, कई युवाओं को इसमें सिर्फ फायदे नजर आते हैं, लेकिन इसके नुकसान भी कम नहीं हैं, जिनका अहसास अक्सर बाद में होता है। हुकअप कल्चर अपनाने के बाद कई लोग नकारात्मक विचारों से घिरने लगते हैं।
रिलेशनशिप में ‘बेंचिंग’ का मतलब क्या होता है
बेंचिंग शब्द से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसका संबंध किसी को बेंच पर बैठाने से है। हालांकि, जब यह शब्द रिलेशनशिप से जुड़ता है, तो इसका अर्थ कहीं अधिक गहरा हो जाता है। रिलेशनशिप में बेंचिंग तब होती है जब कोई व्यक्ति दूसरे में दिलचस्पी तो रखता है, लेकिन उसे गंभीर रिश्ते में नहीं अपनाना चाहता। ऐसे में वह व्यक्ति सामने वाले को “बेंच” पर बैठाए रखता है, यानी जरूरत पड़ने पर ही उसकी भावनाओं या सहारे का उपयोग करता है। उदाहरण के तौर पर, इमोशनल सपोर्ट के लिए या जब वह खुद अकेलापन महसूस करता है, तब उस व्यक्ति के साथ समय बिताता है।
Casual Relationship क्या होता है
आज के दौर में हुकअप कल्चर उन युवाओं के बीच ज्यादा प्रचलित हो रहा है जो या तो अपनी जिंदगी में खालीपन महसूस करते हैं या फिर रिश्तों में सिर्फ तकलीफें देख चुके होते हैं। ऐसे लोग किसी गहरे भावनात्मक संबंध में बंधने की बजाय सिर्फ शारीरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी के साथ होते हैं।
इनका उद्देश्य प्यार या भावनात्मक जुड़ाव नहीं होता, बल्कि वे रिश्तों में खुद को भावनात्मक रूप से शामिल करने से बचते हैं। हालांकि, इस तरह का जीवन जीने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि वे अपनी भावनाओं को लगातार दबाते रहते हैं। इससे न केवल उनका इमोशनल हेल्थ प्रभावित होती है, बल्कि अगर वे कभी किसी गंभीर रिश्ते में आना भी चाहें, तो ऐसा कर पाना उनके लिए मुश्किल हो जाता है।
सिचुएशनशिप क्या है
‘सिचुएशनशिप’ शब्द ‘सिचुएशन’ और ‘रिलेशनशिप’ के मेल से बना है, जिसका अर्थ है एक ऐसा रिश्ता जो पूरी तरह परिस्थितियों पर निर्भर करता है। इसमें किसी भी तरह की कमिटमेंट या रिलेशनशिप को निभाने का दबाव नहीं होता। इस तरह के रिश्तों में लोग अक्सर रोमांस और शारीरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए साथ आते हैं, लेकिन यह रिश्ता किसी स्थायी बंधन या गहरे जुड़ाव पर आधारित नहीं होता। कुछ लोग इसे सिर्फ टाइम पास के रूप में भी अपनाते हैं।