Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की विरासत को लेकर टैक्स संबंधी बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बीजेपी नेता (Lok Sabha Election 2024) इसे लेकर कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्व निष्कासित कांग्रेस नेता और कल्कि धाम के मुख्य पुजारी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस मुद्दे पर बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि अब देश में भारतीय संस्कृति के विरोधियों का एक गठबंधन बन गया है, जिसका लक्ष्य पीएम मोदी को हटाना है। कृष्णम ने इस बात पर जोर दिया कि यह सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि विपक्षी नेता भी हैं जिन्होंने पीएम मोदी को हटाने के साझा उद्देश्य के साथ भारतीय संस्कृति, सभ्यता और मूल्यों के खिलाफ गठबंधन बनाया है।
विपक्ष पर आचार्य का कड़ा प्रहार
प्रमोद कृष्णम ने सवाल उठाया कि पीएम मोदी को हटाने की इच्छा क्यों हो रही है, उन्होंने इसे एक महत्वपूर्ण सवाल बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जो लोग मोदी का विरोध करते हैं वे ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि वह विश्व स्तर पर सनातन धर्म के ध्वजवाहक, भारतीय संस्कृति और सभ्यता के रक्षक के रूप में उभरे हैं।
मोदी के प्रति शत्रुता भारतीय संस्कृति के विरोधी होने से उत्पन्न होती है। सैम पित्रोदा ने एक साक्षात्कार में विरासत कर की वकालत की थी, जहां मृत्यु के बाद संपत्ति का 45% हिस्सा बच्चों को हस्तांतरित किया जाता है, जबकि सरकार 55% का नियंत्रण लेती है। आचार्य प्रमोद कृष्णम को कथित अनुशासनहीनता के आरोप में फरवरी में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था।
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उन्होंने राम मंदिर मुद्दे पर बयान देकर पार्टी लाइन से हट गए थे, जिसके बाद उन्होंने लगातार कांग्रेस और राहुल गांधी की आलोचना की है। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में उत्तर प्रदेश के संभल निर्वाचन क्षेत्र से 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा।