Lok Sabha Election 2024: सात चरणों में होने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत के लिए राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में जुटी हुई हैं। दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार को पूरा हो गया और पांचवें चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। हालांकि, बेहद कड़े मुकाबले वाली कैसरगंज लोकसभा सीट (Lok Sabha Election 2024) पर अभी तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गई है।
यह सीट न सिर्फ प्रदेश में बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। कैसरगंज सीट से निवर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह को कोर्ट से झटका लगा है, जिसका असर टिकट वितरण पर भी पड़ सकता है।
20 को मतदान, अब तक नही हुआ ऐलान
आगामी पांचवें चरण में 20 मई को लखनऊ, मोहनलालगंज, गोंडा, कैसरगंज, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी और फैजाबाद समेत 14 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। सबकी निगाहें रायबरेली और कैसरगंज सीट पर टीकी हुई हैं।
भाजपा और कांग्रेस को रायबरेली में जबकि भाजपा, सपा और बसपा को कैसरगंज में अपने प्रत्याशियों की घोषणा करनी है। भाजपा द्वारा अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित न करने से सपा और बसपा भी अपना प्रत्याशी घोषित करने से बच रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी की ओर से अपनी सूची जारी होने के बाद ही कैसरगंज से इंडिया अलायंस के उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी।
कोर्ट का असर, क्या टिकट पर?
इस देरी के पीछे बृजभूषण शरण सिंह को माना जा रहा है, जिन्हें अभी तक बीजेपी से उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है। हालांकि बृजभूषण चुनाव लड़ने को उत्सुक हैं, लेकिन बीजेपी उन्हें टिकट देने का जोखिम लेने से कतरा रही है। यह झिझक महिला पहलवानों द्वारा बृजभूषण पर लगाए गए गंभीर आरोपों से उपजी है, जिसके कारण उन्हें कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा।
साथ ही इन आरोपों के चलते उन पर कानूनी मुकदमे भी चल रहे हैं। ऐसे में बीजेपी को डर है कि बृजभूषण को टिकट देने से हरियाणा समेत कई लोकसभा सीटों पर नुकसान हो सकता है।