आजकल के बच्चों को डांटना या तो मां बाप पर भारी पड़ जाता है या फिर उन पर खुद ही। आए दिन ऐसी खबरें हम अखबार के पन्नों में देखतें है कि एक बच्चे ने अपने मां-बाप को मौत के घाट उतार दिया। तो मां की डांट पर बच्चे ने खुदखुशी कर ली । आपको बता दें कि एक ऐसा ही मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से। जहां मोबाइल पर गेम खेलने से मना करने पर 10 साल के बच्चे ने खुदकुशी कर ली।
दरअसल, पूरा मामला लखनऊ के थाना हुसैनगंज के चितावपुर इलाके से सामने आया है। पति की मौत के बाद कोमल अपने बेटे आरुष और बेटी विदिशा के साथ पिता के घर रहती हैं। परिजनों के मुताबिक, बेता आरुष कई दिनों से स्कूल नहीं जा रहा था। वहीं घर पर वह दिनभर सिर्फ और सिर्फ मोबाइल गेम ही खेला करता था।
मोबाइल को लेकर डांटा तो लगाया फांसी
वहीं मोबाइल को लेकर उसे कई बार समझाया भी गया लेकिन वो फिर भी लगातार मोबाइल पर लगा रहता था। इसी बीच, घटना वाले दिन मां बाप ने बेटे की जमकर पिटाई कर दी और उसके हाथों से मोबाइल छीनकर बाहर चली गई। उसी दौरान गुस्से में बेटे आरुष ने अपनी बहन विदिशा को कमरे के बाहर भेज दिया और दरवाजा बंद कर लिया। काफी देर तक अंदर से जब बच्चे की कोई भी आहट नहीं सुनाई दी तो घरवालों ने उसे आवाजें लगाई लेकिन कोई आवाजा ना आने पर दरवाजा तोड़ा, तो देखा कि मासूम फंदे पर लटका हुआ था।
ऑनलाइन गेमिंग को केंद्र सरकार सख्त
जब बच्चे को नींचे उतारा गया तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डीसीपी सेंट्रल जोन अपर्णा रजत कोशिक के मुताबिक, बच्चे से सुसाइड किया है। मां की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। परिजनों के मुताबिक, बच्चा मोबाइल पर गेम ज्यादा खेलता था और मां फटकार लगाती थी। इसी बात से नाराज होकर मासूम ने यह कदम उठा लिया। गौरतलब है कि ऑनलाइन गेमिंग के समाज पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए केंद्र सरकार उचित नीति या नया कानून लेकर आने वाली है। रेलवे, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने कहा था कि हाल ही में उन्होंने सभी राज्यों के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रियों के साथ बैठक की थी, जो आनलाइन गेमिंग के प्रभाव को लेकर चिंतित थे।