उत्तर प्रदेश: लखनऊ का केडी सिंह बाबू स्टेडियम को एथलेटिक्स का बड़ा सेंटर बनाने के लिए तैयारियां शुरू हो गई है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत यहां आठ लेन का अंतरराष्ट्रीय स्तर का सिंथेटिक ट्रैक बनाने के साथ फ्लड लाइट लगाने की भी योजना बनाई गई है. इसके साथ ही स्टेडियम में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं करावाई जा सकेगी.
आधुनिकीकरण से स्टेडियम में क्या होंगे बदलाव
स्टेडियम के आधुनिकरण से इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं हो सकेंगी. स्टेडियम में बाकी खेल स्पर्धाओं (sporting events) के आयोजन पहले की तरह जारी रहेगे. केडी सिंह बाबू स्टेडियम को एथलेटिक्स और आधुनिक बनाने की तैयारी जोरो से चल रही है, जिस से इसमें राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता हो सके इस स्टेडियम के आधुनिकीकरण पर लगभग 25 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
कितने रुपये का आएगा खर्च?
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी अजय सेठी ने बताया कि स्टेडियम के आधुनिकीकरण के लिए 25 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं. इसमें आठ लेन वाला सिंथेटिक ट्रैक बनना है. इससे बाकी खेलों की सुविधाएं भी बेहतर होंगी, ताकि भविष्य में बड़े आयोजन हो सकें. हालांकि शहर में तीन बड़े सिंथेटिक ट्रैक हैं, लेकिन वहां खिलाड़ियों के रहने की सुविधा न होने से आयोजकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. ऐसे में शहर के मौजूद केडी सिंह बाबू स्टेडियम में ट्रैक बिछ जाने से प्रांगण में मौजूद डॉरमेट्री में खिलाड़ियों के ठहरने और खाने की समस्याएं दूर हो जाएंगी. स्टेडियम में फ्लड लाइट लगने से शाम के समय भी स्पर्धाएं और ट्रेनिंग हो सकेगी.
स्टेडियम में और क्या होगा खास
स्टेडियम में दो बॉक्सिंग एरीना वाला आधुनिक इंडोर हॉल बनेगा. वेटलिफ्टिंग, ताइक्वांडो के अलावा प्रशिक्षुओं के छात्रावास वातानुकूलित होंगे. बैडमिंटन हॉल में सिंथेटिक फ्लोरिंग के साथ मरम्मत होगी. हैंडबॉल कोर्ट में सिंथेटिक फ्लोरिंग लगाकर उसे शेड से ढका जाएगा. टेनिस कोर्ट में नई फ्लड लाइट लगेगी. वॉलीबाल और बास्केटबाल कोर्ट का आधुनिकीकरण होगा.
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