राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में स्थित चिड़ियाघर (Lucknow Zoo) को शिफ्ट करने का फैसला लिया गया है। जिसके चलते के 102 साल पुराने चिड़ियाघर को कुकरैल में स्थानांतरित किया जाएगा।
चिड़ियाघर में पक्षियों की 50 प्रजातिया
चिड़ियाघर के निदेशक ने जानकारी देते हुए बताया है कि इसके लिए प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। फिलहाल ये चिड़ियाघर हजरतगंज में है, जिसमें 1000 से ज्यादा जानवर हैं। इन जानवरो को उनके नए घर में भेजा जाएगा। बता दें कि नया चिड़ियाघर 150 एकड़ में बनाया जाएगा। जिसमें नाइट सफारी भी बनाई जाएगी। लखनऊ चिड़ियाघर में अलग-अलग 50 प्रजातियों के करीब 350 पक्षी हैं।
नवाब वाजिद अली शाह जूलॉजिकल गार्डन के निदेशक विष्णु कांत मिश्रा ने जानकारी दी है कि “यहां के जानवरों को लगभग 150 एकड़ में बनने वाले चिड़ियाघर में स्थानांतिरत किया जाएगा। वहीं 350 एकड़ में नाइट सफारी बनेगी।”
71 एकड़ में फैला है 1921 का चिड़ियाघर
हजरतगंज के इस चिड़ियाघर को 1921 में बनाया गया था। जिसे लखनऊ चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है। यह यूपी का सबसे पुराना चिड़ियाघर है। यह 71 एकड़ में फैला हुआ है। काफी संख्या में लोग यहां घूमने के लिए आते हैं। इस चिड़ियाघर को शिफ्ट करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया गया था जिसे अब मंजूर कर लिया गया था। अब इसके स्थानांतरण को लेकर तैयारियां शुरु हो गई है। नया चिड़ियाघर यहां से 10-12 किलोमीटर की दूरी बनाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि अभी यह चिड़ियाघर हजरतगंज में स्थित है। जहां पर ये बना है वह काफी भीड़भाड़ वाली जगह है। यहां पर काफी शोर शराबा होता है। जिसके चलते से जानवरों को नए चिड़ियाघर में शिफ्ट करने की तैयारी की गई है। जिससे वे शांत और हरे भरे माहौल रह सकें।