महाकुंभ में किस बयान को लेकर वायरल हुए बाबा धीरेंद्र शास्त्री ? जिससे चर्चा में IIT वाले बाबा और मोनालिसा

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि महाकुंभ अपने असली उद्देश्य से भटक गया है। उन्हें लगता है कि महाकुंभ में हिंदू राष्ट्र पर चर्चा होनी चाहिए और किसी के महिमामंडन से बचने की आवश्यकता है।

Baba Dhirendra Shastri

Baba Dhirendra Shastri : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ इस समय काफी सुर्खियों में हैं। इस मेले के दौरान इंदौर से आई माला विक्रेता मोनालिसा और आईआईटी बाबा अभय सिंह भी विभिन्न कारणों से चर्चा का विषय बने हुए हैं। मोनालिसा अपनी नीली आंखों और सादगी की वजह से ‘मोनालिसा’ के नाम से पहचानी जा रही हैं, और उनका वीडियो भी वायरल हो गया है। हालांकि, इन घटनाओं के बीच कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं, जो बिना वजह विवाद का कारण बन रहे हैं।

इन सब घटनाओं को लेकर बाबा बागेश्वर, यानी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ अपने असली उद्देश्य से भटक चुका है। महाकुंभ में इस पर चर्चा होनी चाहिए कि हिंदू राष्ट्र कैसे स्थापित किया जाए।”

महाकुंभ का उद्देश्य रियल होना चाहिए- पंडित धीरेंद्र शास्त्री

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रील बनाने और वायरल करने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “महाकुंभ में रील नहीं, रियल होना चाहिए। हमें इस पर बहस करनी चाहिए कि देश को हिंदू राष्ट्र कैसे बनाया जाएगा। महाकुंभ संस्कृति का प्रतीक है, न कि किसी चीज के वायरल होने का मंच।”

उन्होंने आगे कहा, “किसी का महिमामंडन एक-दो दिन के लिए ठीक है, लेकिन अब हमें यह सोचना चाहिए कि सनातन धर्म कैसे संरक्षित रहेगा, हिंदुत्व कैसे आगे बढ़ेगा? साथ ही यह भी सोचना चाहिए कि जो लोग पहले हिंदू थे और अब नहीं हैं, उनकी घर वापसी कैसे होगी?”

प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचे आईआईटी बाबा अभय सिंह भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। उनकी सोच धर्म, विज्ञान, आध्यात्म और राजनीति पर एक अलग नजरिया रखती है।

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आईआईटी बाबा का मानना है कि “देश की राजनीति अब जाति और धर्म के इर्द-गिर्द सिमटकर रह गई है, जो सही नहीं है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कहा, “पीएम मोदी कर्मयोगी हैं। उनका जीवन तपस्या का प्रतीक है क्योंकि बिना फल की चाह के दूसरे के लिए अपनी जिंदगी समर्पित करना बहुत कठिन होता है।”

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