Mahakumbh 2025 stampede: महाकुंभ के मौनी अमावस्या स्नान के दौरान प्रयागराज में एक बहुत ही दिल दहला देने वाली घटना हुई। जब हजारों श्रद्धालु गंगा में स्नान करने के लिए पहुंचे थे, तो अचानक भगदड़ मचने से कई लोग घायल हो गए और कुछ की तो जान चली गई।
क्या हुआ था कल की रात?
मंगलवार रात करीब दो बजे संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। इसी दौरान बैरिकेडिंग का एक हिस्सा गिर गया और भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए इधर-उधर भागने लगे। इस अफरा-तफरी में कई लोगों का सामान गिर गया और वो दबकर घायल हो गए।
घायलों की दर्द भरी बातें
बिहार के औरंगाबाद से आए सूरज यादव ने बताया, हम 12-13 लोग गंगा स्नान के लिए आए थे, तभी भगदड़ मच गई और मेरी मां दबकर मर गई। इसी तरह फूलचंद विश्कर्मा ने भी अपनी पत्नी को खोने की कहानी बताई। वो बोले, हम स्नान करके बाहर आ रहे थे, तभी भगदड़ मच गई और मेरी पत्नी भीड़ में दब गई। मैं भी आधे घंटे तक दबा रहा। विनय कुमार ने भी बताया कि कुछ लोग घाट की ओर जा रहे थे और कुछ वापस लौट रहे थे, जिससे रास्ता पूरी तरह से ब्लॉक हो गया और किसी को बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिला।
कैसे हुआ हादसा?
इस भगदड़ का कारण बैरिकेडिंग का गिरना था। इसके बाद भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि लोग इधर-उधर भागने लगे। अफरा-तफरी मच गई और लोग एक-दूसरे को रौंदने लगे। पुलिस और सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और घायल लोगों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक कई लोग घायल हो चुके थे और कुछ की जान भी जा चुकी थी।