महारष्ट्र की कमान एक नाथ शिंदे के हाथ में है..शिंदे को बहुमत भी हासिल हुआ..लेकिन बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक के दौरान नेताओं की आवाज में दर्द साफतौर से दिखाई दिया..ये दर्द था एकनाथ शिंदे को सीएम चुनने का जो महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के शब्दों में दिखाई दे रहा था..
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हमने यह दुख पचाया और आगे बढ़ गए..दरअसल पाटिल का कहना है कि.. ‘‘हमें एक ऐसा नेता देने की आवश्यकता थी जो सही संदेश दे और स्थिरता सुनिश्चित करे. केंद्रीय नेतृत्व और देवेंद्र फडणवीस ने भारी मन से शिंदे को बतौर मुख्यमंत्री समर्थन देने का फैसला लिया. हम नाखुश थे लेकिन फैसले को स्वीकार करने का निर्णय किया.”
साफ शब्दों में कहे तो बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस के बजाए शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को ‘‘भारी मन” से राज्य का मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया था…पनवेल में बीजेपी की राज्य कार्यकारी समिति की बैठक के दौरान पाटिल ने कहा कि सही संदेश देने के लिए यह फैसला लिया गया था..
इस दैरान पाटिल की टिप्पणी से जुड़े सवाल पर प्रदेश बीजेपी नेता आशीष शेलार ने संवाददाताओं से कहा कि यह पार्टी या पाटिल का रुख नहीं है, बल्कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का जिक्र कर रहे थे..
आपको बता दें महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़े दल बीजेपी ने 30 जून को शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था…
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