दरिंदगी की हद पार कर देने वाली एक खबर सामने आई है। बता दें कि मुंबई से सटे पालघर में कुछ लोगों ने चलती कार में महिला से छेड़छाड़ की। वहीं विरोध करने पर आरोपी ने महिला की गोद में बैठी दस महिने की बच्ची को चलती कार से बाहर फेंक दिया। महिला ने अपने कलेजे केटुकड़े को फेंके जाने के बाद महिला ने अपनी जान की परवाह किए बिना चलती कार से छलांग लगा दी। वहीं मासूम की मौत हो चुकी है। जख्मी महिला का वसई-विरार महानगरपालिका के अस्पताल में इलाज शुरु है।
जानिए कब और कैसे हुई ये घटना
दरअसल, यह घटना मुंबई-अहमदाबाद नेशनल हाइवे पर विरार फाटा के पास हुई। पुलिस ने कार और कारचालक विजय़ कुशवाहा को पकड़ लिया है। वहीं कार चालक से पूछताछ और पूरे मामले की जांच शुरु है। वहीं पुलिस का कहना है कि पीड़ित महिला अपना बयान बार- बार बदल रही है। उसने 3 बार बयान बदला है, ऐसे में मामले की गहन जांच करने की आवश्यकता है। वह घटना स्थल पर लगे CCTV भी खंगाल रही है। पीड़ित ने पुलिस को दिए बयान में कहा मेरे पीछे बैठा आदमी बार-बार हाथ लगा रहा था। यहां-वहां छू रहा था। मैंने विरोध किया तो उसने मेरे हाथ से बच्ची को छीनकर बाहर फेंक दिया। उसे बचाने के लिए मैं कूद गई। मुझे पता नहीं किसने उसे बाहर फेंका, कार में पीछे 3 लोग बेठे थे। मुझे पता नहीं वो कौन थे। “हादसे के बाद सोनाक्षी को नालासोपारा हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाया गया। जहां उसने बताया कि गाड़ी में बैठने के महज 3 किमी बाद ही उसने छलांग लगा दी।
कारचालक आरोपी ने दिया अपना बयान
वहीं कारचालक आरोपी का कहना है कि छेड़छाड़ के दौरान सौनाक्षी की बेटी लावण्या उसके हाथ से फिसल गई थी। पालघर में यह सामान्य बात है। यहां आने-जाने के लिए रोजाना ही लोग इस तरह कार में बैठते हैं। यह महिला भी दूसरी महिलाओं के साथ कार में बैठी थी। बाद में वे महिलाएं रास्ते में उतर गई। जब यह घटना हुई तब महिला कार में पुरुषों के बीच अकेली थी।