मैनपुरी उपचुनाव के मद्देनजर शिवपाल के हर एक कदम पर इस वक्त सभी की निगाहें टिकी हुई है। जबसे बीजेपी प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य मैदान में उतरे हैं तब से मैनपुरी संसदीय सीट पर होने वाले चुनाव में सरगर्मी तेज हो गई है। नेताजी मुलायम सिंह यादव की विरासत को बचाने के लिए समाजवादी पार्टी के साथ ही पूरा यादव कुनबा पूरी ताकत के साथ जुटा हुआ है। शिवपाल यादव की भूमिका को लेकर भी सस्पेंस खत्म हो गया है। शिवपाल यादव ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को बहू डिंपल यादव को जिताने का निर्देश दिया है।
इसी बीच शिवपाल यादव से मिलने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके सैफई स्थित आवास पर पहुंचे। सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव शिवपाल के साथ मैनपुरी उपचुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगे। अखिलेश यादव के साथ धर्मेंद्र यादव भी मौजूद हैं, इसके अलावा अखिलेश यादव ने संदेश दिया है कि नेताजी की विरासत को बचाने और डिंपल यादव को जिताने के लिए पूरा परिवार एक है। इतना ही नहीं अखिलेश यादव जानते हैं कि शिवपाल यादव की भूमिका इस उपचुनाव में कितनी अहम है। क्योंकि शिवपाल यादव खुद जसवंतनगर से विधायक हैं और जिले में उनकी पकड़ काफी मजबूत हैं। उधर पुराने समाजवादी नेता रघुराज सिंह शाक्य को उतारकर बीजेपी ने डिंपल के सामने बड़ी चुनौती पेश की है।
इतना ही नहीं मैनपुरी फतेह करने के लिए बीजेपी ने जीत के लिए मंत्रियो की फौज मैदान में उतार दी है। मंत्री अजीत पाल, राकेश सचान, असीम अरुण, प्रतिभा शुक्ला, जयवीर सिंह और संदीप सिंह को मैनपुरी में चुनावी प्रचार अभियान की कमान सौंपी गई है। वहीं कपिल देव अग्रवाल, नरेंद्र कश्यप, जसवंत, दिनेश खटीक और गुलाब देवी को खतौली विधानसभा उपचुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। बलदेव औलख, जितिन प्रसाद, सुरेश खन्ना, धर्मपाल सिंह को रामपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है।