UP News: गोरखपुर में डंके की चोट पर बोलीं ममता कुलकर्णी, ‘आतंकवादी नहीं है दाऊद इब्राहिम’

ममता कुलकर्णी ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम लेते हुए कहा कि वह आतंकवादी नहीं है। उसका बम ब्लास्ट में हाथ नहीं रहा। दाउद पर जो आरोप लगे, वह गलत हैं। ममता कुलकर्णी ने आगे कहा कि ’दाऊद से मेरा दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है।

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। ’दाऊद न कोई आतंकवादी है और न बम ब्लास्ट जैसी किसी भी घटना में उसका नाम कभी नहीं आया है। मीडिया और कुछ राजनीतिक ताकतों ने एक साजिश के तहत उसे बदनाम किया है। किसी को गुनहगार होने के लिए आरोप साबित होने चाहिए, प्रचार करने से कोई अपराधी नहीं हो जाता है। ये बातें गोरखपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ममता कुलकर्णी ने कहीं।
ममता कुलकर्णी ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम लेते हुए कहा कि वह आतंकवादी नहीं है। उसका बम ब्लास्ट में हाथ नहीं रहा। दाउद पर जो आरोप लगे, वह गलत हैं। ममता कुलकर्णी ने आगे कहा कि ’दाऊद से मेरा दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है। किसी एक का नाम जरूर था। लेकिन आप देखिए उसने कोई बॉम ब्लास्ट नहीं किया। एंटी नेशनल चीज नहीं की थी देश में। जिसके साथ मेरा नाम जुड़ा है, उसने कभी बॉम ब्लास्ट नहीं किया। मैं दाऊद से कभी जीवन में नहीं मिली हूं।

दरअसल, ममता कुलकर्णी गोरखपुर के दौरे पर आई हुई थीं। ममता कुलकर्णी गोरखनाथ मंदिर पहुंच कर बाबा गोरक्षनाथ का आशीर्वाद लिया और पूजा अर्चना की। । कभी भारतीय सिनेमा का एक लोकप्रिय चेहरा रहीं ममता कुलकर्णी 2000 करोड़ रुपये के ड्रग तस्करी में शामिल होने और ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी से शादी की अफवाहों के बाद देश छोड़कर चली गईं। इस मामले से अपना नाम साफ होने के बाद, एक्ट्रेस 25 साल के बाद 2024 के अंत में भारत लौट आईं। एक्टिंग से संन्यास लेने से पहले, ममता कुलकर्णी आखिरी बार 2002 में आई फिल्म ’कभी तुम कभी हम’ में सिल्वर स्क्रीन पर नजर आई थीं

90 के दशक में बॉलीवुड ग्लैमर और शोहरत का पर्याय रहीं ममता कुलकर्णी अक्सर विवादों से घिरी रहती हैं, जिनकी जिंदगी कई घोटालों और अफवाहों के कारण उथल-पुथल सी हो गई। अपने बोल्ड रोल्स और स्क्रीन प्रेजेंस के लिए जानी जाने वाली ममता कुलकर्णी की प्रसिद्धि तेजी से बढ़ी, लेकिन उतनी ही जल्दी अंडरवर्ल्ड से उनके जुड़ाव और एक कुख्यात ड्रग मामले में संलिप्तता ने उनकी प्रसिद्धि को फीका कर दिया। ममता कुलकर्णी के जीवन के सबसे चर्चित पहलुओं में से एक अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के साथ उनके कथित संबंध थे।

1998 में, राजन के साथ ममता कुलकर्णी के संबंधों की अफवाहें फैलने लगीं, जो मीडिया में गर्म विषय बन गया। ’चाइना गेट’ के सेट पर हुई एक घटना के बाद ममता कुलकर्णी का अंडरवर्ल्ड से जुड़ाव और बढ़ गया। राजकुमार संतोषी के साथ मतभेद होने के बाद उन्हें फिल्म से हटा दिया गया था। कथित तौर पर, राजन से धमकियां मिलने के बाद, कुलकर्णी फिल्म में वापस लौट आईं। फिल्म की असफलता उनके लिए एक बड़ा झटका थी और उन्होंने संतोषी पर उनके प्रति यौन संबंध बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
ममता कुलकर्णी एकाएक देश छोड़कर चली गई। और ज बवह वापस आई तो संत बन गई। प्रयागराज महाकुंभ में किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर के पद को लेकर ममता कुलकर्णीं काफी चर्चा में थी। हालांकि, बाद में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया।  इसके दो दिन के बाद ही उन्हें दोबारा महामंडलेश्वर का पद दे दिया गया। इसके बाद उन्होंने अपने गुरु का आभार जताया था। ममता कुलकर्णी का नाम अब यमाई ममता नंद गिरी हो गया है। ममता ने कहा कि मैं अपने गुरु की आभारी हूं कि उन्होंने वापस इस पद पर मुझे बैठा दिया है। मैं अपना जीवन किन्नर अखाड़ा और सनातन धर्म के लिए समर्पित करूंगी।

ममता कुलकर्णी ने अपना फिल्मी करियर साल 1991 में रिलीज हुई तमिल फिल्म नन्नबरगल से शुरू किया था। उसके बाद वो 1992 में फिल्म मेरा दिल तेरे लिए से बॉलीवुड में आई थीं। हालांकि, उन्हें असली पहचान शाहरुख और सलमान खान की फिल्म करण अर्जुन से मिली थी, जो 1995 में आई थी। उसके बाद वो कई हिट फिल्मों का हिस्सा रहीं। अब ममता कुलकर्णी ने जैसे ही दाउद का नाम लिया, वैसे वह फिर से सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर लोग ममता कुलकर्णी के बारे में लिख रहे हैं। एक यूजर्स ने लिखा कि ममता कुलकर्णी जी दाउद आतंकी था, आतंकी है और आगे भी आतंकी ही रहेगा। वह कभी संत नहीं बन सकता।

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