बीते कई दिनों ले लगातार बारिश का कहर जारी है। जिसके चलते मथुरा नगर निगम की एक बड़ी लापरवाही सामने आई। जिससे एक दर्दनाक हादसा हो गया है। दरअसल मथुरा के थाना कोतवाली इलाके के नगला पायसा निवासी एक परिवार 3 वर्षीय मासूम का बर्थडे मनाकर घर लौट रहा था। लेकिन मूसलधार बारिश के बीच एक 3 वर्षीय बालिका यमुना में बह गई।
पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार नगला पायसा निवासी नितेश चतुर्वेदी की 3 साल की बेटी का बर्थडे का कार्यक्रम था। लेकिन 3 साल की मासूम का जन्मदिन ही आखिरी दिन बन गया। देर रात करीब 11 बजे द्वारिका धीश मंदिर के निकट असकुंडा घाट के पास अचानक से स्कूटी अनियंत्रित होकर गिर जाती है। भारी बारिश के कारण पानी का बहाव इतना तेज था कि असकुंडा घाट पर 3 वर्षीय मासूम यमुना में बह गई।
देर रात तक मासूम की तलाश की गई। लेकिन उसका कुछ नहीं चल सका। इस दर्दनाक हादसे के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार 3 साल की मासूम का पिता दुबई में है और वह इस हादसे के बाद मथुरा के लिए रवाना हो गए।
बारिश ने खोली नगर निगम की पोल
वहीं हम आपको बता दें कि मथुरा में बारिश के कहर के चलते यह कोई पहला हादसा नहीं है। इससे पहले भी कैलाश नगर में दो युवकों की गहरे नाले में गिरकर डूबने से मौत हो चुकी है। वहीं नगर निगम लापरवाही नालों की सफाई के खोखले वादे करता रहता है। लेकिन हकीकत कुछ और ही मिलती है। मथुरा में 24 घंटे से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर नगर निगम की पोल खोल दी।
दरअसल गहरे नाले, नालियों की सफाई ना होने के कारण पानी सड़कों पर बहने लगता है। इसी के कारण ये हादसा हुआ है। अगर नगर निगम के अधिकारियों ने यदि यमुना किनारे तेज बहाव को रोकने के लिए कोई इंतजाम किए होते तो इस हादसे को होने से रोका जा सकता था। नगर निगम के आला अधिकारी नालों की सफाई के नाम पर सिर्फ धन का बंदरबांट करते है और फिर बारिश होने पर उनकी पोल खुलती है।