लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां तीन तांत्रिक श्मशान घाट पर तंत्र-मंत्र करते हुए पाए गए। ग्रामीणों का आरोप है कि तीनों ने जलती चिता से अधजले शव के अंग निकाले। ग्रामीणों ने बताया कि शव की खोपड़ी अलग रखी थी। पास पर ही तीनों मिट्टी के वर्तन पर चावल पका रहे थे। ग्रामीणों का आरोप है कि तीनों तांत्रिक मानव अंगों को पकाकर खाने वाले थे। वह कुछ ऐसा कर पाते, उससे पहले ही तीनों को पकड़ लिया गया, लेकिन एक आरोपी किसी तरह से छूटकर भागने में कामयाब रहा।
मेरठ के मुंडाली थाना क्षेत्र स्थित अजराड़ा गांव में शुक्रवार रात ग्रामीणों ने तीन लोगों को श्मशान घाट से दबोचा। श्मशान घाट गांव से करीब 2 किलोमीटर दूर बना है। यहां पर तीन लोग जलती चिता के पास बैठे थे और तंत्र-मंत्र कर रहे थे। चिता के पास ही एक मिट्टी का चूल्हा भी बनाया हुआ था। उसमें वह चावल पका रहे थे। पास में मानव खोपड़ी भी रखी थी। ग्रामीणों ने बताया कि एक शख्स ने जलती चिता से मानव अंग बाहर निकाले। दूसरे ने अंगों को कागज पर रखा। ग्रामीणों का आरोप है कि तीनों शख्स तांत्रिक हैं और वह मानव अंग भी खाते हैं।
पूरी करतूत को देख ग्रामीण भड़क गए। उन्होंने तीनों की जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान एक आरोपी किसी तरह से वहां से भाग निकला। सूचना पुलिस तक पहुंची तो किसी तरह से लोगों को शांत कराया गया। पुलिस ने आरोपियों को भीड़ से छुड़ाकर थाने लाई। उन्हें हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू की। गांववालों ने संदेह जताया कि यही लोग गांव के कब्रिस्तान से शवों को खोदकर निकाल लेते हैं। उनका कहना है पहले उन लोगों को लगता था कि यह काम किसी जानवर का होगा। लेकिन, अब इसमें भी इन तीनों का ही हाथ लग रहा। ग्रामीणों का कहना है कि तीनों तंत्र-मंत्र करते हैं और मानव अंगों को पकाकर खाते हैं।
दरअसल, गांव के ही एक शख्स का अंतिम संस्कार हुआ था गांव के ही रहने वाले गजेंद्र (32) पुत्र बीरपाल का अंतिम संस्कार शुक्रवार रात को किया गया था। गजेंद्र खजूरी इलाके में हेयर सैलून चलाते थे। कुछ दिन पहले उनका कुछ युवकों से विवाद हुआ था। गुरुवार को उनकी हत्या कर दी गई। दुकान से करीब 2 किलोमीटर दूर उनका शव मिला। पोस्टमॉर्टम के बाद शव गांव लाया गया। रात करीब 8 बजे गांव के श्मशान में अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि देने के बाद परिवार और गांववाले लौट गए।
नलकूप चलाने पहुंचे लोगों की नजर पड़ी रात 11 बजे के आसपास जंगल में नलकूप चलाने गए कुछ लोगों ने चिता के पास अजीब हरकतें देखीं। उन्होंने देखा कि कुछ लोग शव से अधजले अंग निकाल रहे थे। खोपड़ी अलग रखी थी। आग में मटकी रखकर चावल पकाए जा रहे थे। उन्होंने तुरंत गांव तक सूचना पहुंचाई। मृतक के परिजन और कई ग्रामीण श्मशान पहुंचे। गुस्साए ग्रामीणों ने तीनों को पकड़ लिया। जमकर पिटाई की गई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण रामशंकर ने बताया कि श्मशान घाट गांव का ही है। तांत्रिक गांव के बाहर का है। उसका नाम बलबीर है।
ग्रामीण ने बताया कि वह लंबे समय से तंत्र क्रिया करता है। गांव में पहली बार ऐसी हरकत करते मिला है। बलबीर गांव का रहने वाला नहीं है। ग्रामीण सरफराज ने बताया पिछले कुछ दिनों में गांव के कब्रिस्तान में दफनाए गए कई बच्चों की कब्रें खुदी मिलीं। बच्चों के शव भी गायब थे। लोगों ने इसे किसी जानवर द्वारा खोदना समझते हुए नजरअंदाज कर दिया था। लेकिन, अब लगता है ये कब्रें भी तांत्रिक बलजीत ने ही तंत्र क्रिया के लिए खोदी होंगी। ग्रामीण पप्पू का कहना हे कि तंत्र क्रिया के लिए चिता की आग में चावल पकाए जा रहे थे। दावा किया जा रहा है कि चिता की आग में पकाए चावल खाने से तांत्रिक सिद्धि प्राप्त होती है। पप्पू ने बताया कि तांत्रिक बलजीत के पास तंत्र क्रिया के लिए बाहर से लोग आते रहते थे।
मृतक गजेंद्र के भाई सुंदर ने बलजीत और 2 अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दी है। मुंडाली थाना प्रभारी राम गोपाल सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसपी देहात अभिजीत कुमार ने बताया कि शव के साथ छेड़छाड़ किए जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने वहां से दो आरोपियों बलजीत और इमरान को गिरफ्तार किया गया है। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है। वहीं पुलिस तीसरे आरोपी की तलाश में जुटी है। ग्रामीणों का कहना है कि तीनों के खिलाफ पुलिस कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे।