मेरठ में एसटीएफ और आपूर्ति विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नायरा कंपनी के 11 पेट्रोल पंपों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी में पांचों पेट्रोल पंपों पर हो रही मिलावट और घटतौली पकड़ी है। इसके अलावा तीन पंपों के मालिकों को हिरासत में ले लिया है। साथ ही पंप मालिकों सहित 15 पर चार थानों में मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना हस्तिनापुर में 6 पर मुकदमा, थाना परतापुर में 4 पर मुकद, थाना इंचोली में 2 पर मुकदमा, थाना ब्रह्मपुरी में 3 पर मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल उनसे पूछताछ चल की जा रही है। साथ ही साल्वेंट बनाने वाले गिरोह की तलाश की जा रही है
इसी बीच एएसपी एसटीएफ बृजेश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पंप की मशीन में लगे मदर बोर्ड को होल्ड कर ऑटोमैटिक मशीन में चिप लगाकर सिस्टम को हैक करके मिलावट और घटतौली की जा रही थी।
12 पेट्रोल पंपों पर एक साथ छापेमारी
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों लगातार नायरा कंपनी के पंपों पर मिलावट और घटतौली की शिकायतें मिल रही थीं। जिसपर कार्यवाई करते हुए एसटीएफ और आपूर्ति विभाग ने गुरुवार शाम शहर और देहात के 12 पेट्रोल पंपों पर एक साथ छापेमारी की।
संदेह होने पर परतापुर इंचौली माधवपुरम, सैनी, मवाना, एनएच-58 हाईवे और हसनपुर भटीपुरा में बने पेट्रोल पंप पर जिला आपूर्ति की टीम को बुलाकर जांच की गई। जांच के दौरान इन पांचों एएसपी पंपों पर मिलावट और घटतौली मिली है।
मशीन के सिस्टम को किया हैक
वहीं जांच टीम के अनुसार पंप की मशीन के मदर बोर्ड को होल्ड कर दिया गया था, जिसके बाद ऑटोमैटिक सिस्टम में चिप लगा दी गई थी। मशीन के सिस्टम को हैक करके मिलावट और घटतौली का काम किया जाता था। मामले की जांच के बाद संबंधित थाना पुलिस को मौके पर बुलाया गया ।
जिसके बाद परतापुर पंप के मालिक अश्रेय, माधवपुरम के अवनीश और सैनी पंप के मालिक राकेश गुप्ता को हिरासत में ले लिया गया है। फिलहाल मवाना और हसनपुर भटीपुरा वाले पंप मालिक फरार है। उनकी जल्द पकड़ लिया जाएगा। एएसपी एसटीएफ का कहना है कि जिला आपूर्ति अधिकारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज होगा और डीएम की अनुमति के बाद कार्रवाई की जाएगी।