नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ता प्रदूषण लोगों के लिए काफी मुश्किल पैदा कर रहा है. पिछले कुछ दिनों से राष्ट्रीय राजधानी गैस चैंबर बन गया है. इसको लेकर दिल्ली सरकार कई तरह के कड़े कदम उठा रही है और तरह-तरह के नियमों को लागू कर रही है, जिसके कारण लोगों को इस घुटन भरी हाबों-हवा में सांस लेने से निजात मिल सके. अब खबर सामने आई है कि बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली के मंत्री, अधिकारियों से नाराज चल रहे हैं और अब वो खुद ग्राउंड रिपोर्ट में उतरने वाले हैं.
बैठक में अधिकारियों से नाराज दिखे मंत्री
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार के मंत्रियों की अहम बैठक चल रही थी, जो कि खत्म हो चुकी है. इस महत्वपूर्ण बैठक में ग्रैप नियम को लागू करने में होने वाली लापरवाही से दिल्ली सरकार अधिकारियों से नाराज दिखे. अब इसी के बाद यह फैसला लिया गया है कि सभी मंत्री राष्ट्रीय राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर उतरेंगे.
यह भी पढ़ें- Delhi: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट का पड़ोसी राज्यों को निर्देश, इसको रोका जाना चाहिए
ऐप बेस्ड बाहरी गाड़ियों के प्रवेश पर रोक
गौरतलब है कि दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को कम करने को लेकर दिल्ली सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है, दरअसल राष्ट्रीय राजधानी के अधिकारियों ने राजधानी में ऐप बेस्ड बाहर की टैक्सियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. दिल्ली सरकार ने ऐप बेस्ड बाहरी वाहनों के प्रवेश पर रोक का फैसला 8 नवंबर यानी बुधवार को किया जाएगा.
दिल्ली प्रदूषण में बाहरी वाहन का ज्यादा योगदान
दरअसल एक स्टडी में बड़ा खुलासा हुआ है कि राष्ट्रीय राजधानी के प्रदूषण में 31 फीसदी भागीदारी ही राष्ट्रीय राजधानी की है और इसमें 30 से 35 फीसदी प्रदूषण की भागीदारी है. इससे पहले दिल्ली सरकार ने कक्षा 6 से 9वीं तक और 11वीं की कक्षा को बंद कर दिया गया है.