हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कड़ी आलोचना हो रही है. ऐसा इसलिए क्योकिं केजरीवाल का ‘नोट पर फोटो’ वाला बयान सामने आया हैं। दरअसल बात ये हैं कि अरविंद केजरीवाल ने प्रेस वार्ता के दौरान केंद्र सरकार से भारतीय मुद्रा पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीर लगाने की मांग की थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि देवी लक्ष्मी को समृद्धि की देवी माना जाता है जबकि भगवान गणेश सभी विघ्न दूर करते हैं, इसलिए दोनो की ही तस्वीर करेंसी नोट पर छपनी चाहिए.
इस विषय को देखने के दो नजरिये है
बस फिर क्या था। कुछ लोगो को ये बयान अच्छा लगा तो किसी को बुरा। तो आपकी क्या राय है इस बारे में। अगर मैं अपनी राय बताऊं। पहले तो मैं न इस बयान के पक्ष में हूँ और न ही इसके विपक्ष में। इस विषय को देखने के दो नजरिये हैं। तो चलिए बात करते हैं इस बारे में
पक्ष-
1. अगर देखा जाये तो माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश जी समृद्धि के प्रतीक हैं। अगर भगवान की फोटो नोटों पर होगी उनका आशीर्वाद बना रहेगा।
2.हर जगह हिन्दू देवी देवताओ को पहचाना जाएगा।इस तरीके से हिन्दू धर्म को बढ़ावा दिया गया हैं.
3.दूसरे देशो में भी हमारे भगवानो को जाना जाएगा।
विपक्ष
1.क्या देश में और धर्म नहीं है क्या ? बस हिन्दू धर्म को महत्व क्यों ? सिख भी हैं, मुस्लिम भी हैं ,ईसाई भी और भी बहुत से धर्म हैं तो बस एक धर्म को ही बढ़ावा क्यों ?
2.बोलते हैं पैसे तो हाथो का मैल हैं और अगर नोटों पर भगवान की फोटो होगी तो भगवान क्या हुए ?
3.हिंदुस्तान में बहुत से धर्म के लोग रहते हैं। सब अलग अलग भगवान को मानते हैं। तो और धर्म के लोगो के साथ ऐसा पक्षपात क्यों ?
4.अगर नोटों पर हिन्दू देवी देवता होते हैं तो इसका मतलब और लोगो के साथ एक तरह से ज्यातती होगी। क्योकि सबसे बड़ी इंसानियत होती हैं.इससे बड़ा कुछ नहीं हैं।
5.सबसे बड़ी बात पैसे अगर भगवान के पैरो में चढ़ाये जाते हैं तो ये नोट जुआरी नचनिया पर भी उड़ाते हैं। कभी देखा नहीं जब कोई क्लब में नचनिया नाचती हैं तो लोग कैसे पैसे उनपर उड़ाते हैं और वही नोट सबके पैरो में आ जाते हैं ,यानी आगे हमारे भगवान पैरो में पड़ेगे। इसके अलावा कुछ लोग नोट से जुआँ भी खेलते हैं। और काफी बार तो लोग नोट फाड़ भी देते हैं ये तो सरासर हमारे हिन्दू देवी देवताओ का अपमान करना हुआ.
तो दोस्तों आप हमे बताइये आपकी क्या राय इस बारे में ,कि नोट पर हिन्दू देवी देवताओ की तस्वीर होनी चाहिए या नहीं?