मध्य प्रदेश: एक बार फिर से इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है. एक पिता अपनी बेटी के शव को कंधे पर उठाकर दो घंटे तक एंबुलेंस के लिए भटकता रहा. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल यह मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर से सामने आया है. जहां स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर दावों और जमीनी हकीकत में अंतर देखा जा सकता है. जिले के पाटन गांव में एक परिवार में अचानक मायूसी छा गई.
यहां के गांव में रहने वासे रामेश्वर की 4 वर्षीय प्रीति अपनी सहेलियों के साथ खेल रही थी. खेलते-खेलते नदी की मिट्टी में दब जाने से मासूम गंभीर रूप से घायल हो गई, इसकी सूचना मिलते ही उसे तत्काल उस बीजाबर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. जहां बच्ची की हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. प्रीति की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इसके बाद व्यवस्था की अमानवीयता सामने आ गई.
रामेश्वर एवं उसका साला प्रीति के शव को घर ले जाने के लिए 2 घंटे तक एंबुलेंस के लिए भटकता रहा लेकिन एंबुलेंस नसीब नहीं हुई. थक हार कर रामेश्वर और उसका साला मासूम प्रीति के शव को कंधे पर डालकर ही घर के लिए पैदल ही निकल पड़े. थोड़ा चलने के बाद बस में बैठकर बच्ची के शव को लेकर अपने गांव के लिए निकल पड़ा. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं और दिए जाने वाले दावों और जमीनी हकीकत में अंतर साफ करता देखा जा सकता है.
इसे भी पढ़ें – Haridwar: दहेज की मांग पूरी ना करने पर महिला को करते थे ट्रार्चर, ससुराल वालों ने तेजाब पिलाकर की हत्या