Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी अपनी अंतिम एंबुलेंस यात्रा पर निकल चुका है। बांदा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद उनका शव (Mukhtar Ansari Death) एंबुलेंस से उनके पैतृक गांव गाजीपुर भेज दिया गया है। मुख्तार के बेटे उमर और परिवार के अन्य सदस्य अपनी गाड़ियों से एंबुलेंस के साथ चल रहे हैं। काफिले में तीस से ज्यादा गाड़ियां हैं। बांदा से गाजीपुर तक करीब 400 किलोमीटर की दूरी आठ से दस घंटे में तय करने की उम्मीद है।
कल रात शव दफनाने हो रही तैयारी
कल रात भी दफनाने की तैयारी चल रही थी। बताया जा रहा है कि रात में मोहम्मदाबाद स्थित कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। अब ग़ाज़ीपुर के एसपी ने कहा है कि कल सुबह की नमाज़ के बाद दफ़नाया जाएगा। मुख्तार अंसारी की कल रात बांदा जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। सुबह डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम किया। शाम करीब चार बजे शव परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद शाम 4:43 बजे शव को एंबुलेंस से गाजीपुर ले जाया गया।
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26 गाड़ियों के काफिले के साथ हुए रवाना
दो वाटर कैनन समेत 26 गाड़ियों का काफिला बांदा मेडिकल कॉलेज से गाजीपुर के लिए रवाना हो गया है। काफिला चित्रकूट, कौशांबी, भदोही और वाराणसी से गुजरते हुए गाज़ीपुर पहुंचेगा। तीन साल पहले मुख्तार अंसारी (Mafia Mukhtar) की एम्बुलेंस में यात्रा ने उन्हें फिर से सुर्खियों में ला दिया था। उन्हें पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी नंबर प्लेट वाली एंबुलेंस से कोर्ट लाया गया था।
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इसने कई लोगों की भौंहें चढ़ा दीं क्योंकि जांच में एम्बुलेंस के पंजीकरण में विसंगतियां सामने आईं, जिसे विशेष रूप से यूपी के मौन में एक अस्पताल के नाम पर मुख्तार अंसारी की सेवा के लिए व्यवस्थित किया गया था। जांच में कई आरटीआई अधिकारी और कर्मचारी भी फंसे थे। मौन अस्पताल के मालिक को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।