Mukhtar Ansari: मुख्तार के परिवार ने जेल में उन्हें जहर देने का आरोप लगाया। इसके लिए प्रशासनिक और न्यायिक जांच दल बनाए गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि होने के बाद भी विसरा जांच के लिए लखनऊ भेजा गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विसरा रिपोर्ट लखनऊ से आई है और न्यायिक जांच टीम को दी गई है। इसके बावजूद, जांच टीम का कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।
चिकित्सा कॉलेज के डॉक्टरों ने नहीं दिया
मामले में मंडल जेल के बाद न्यायिक जांच टीम ने भी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करीब 10 दिन पहले किया था। टीम ने कॉलेज प्रबंधन से बीएचटी रिपोर्ट भी मांगी थी, लेकिन इलाज करने वाले दस से बारह डॉक्टरों से पूछताछ करना अभी बाकी है। चिकित्सा कॉलेज के अधिकारियों ने कहा कि न्यायिक टीम चाहे तो इलाज करने वाले डॉक्टरों के बयान ले सकती है।
कारागार की अतिरिक्त सुरक्षा
माफिया मुख्तार के रहने पर बैरक और आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई। जांच दल ने जेल अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की थी। जवानों को बैरक से निकाला गया। जेल अधिकारियों का कहना है कि चुनाव के दौरान भी बलों को हटा दिया गया है।
कोई सार्वजनिक बयान के लिए नहीं आया
मुख्तार की मौत के मामले में प्रशासन की जांच टीम ने सार्वजनिक नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया था कि कोई भी व्यक्ति मौत से जुड़ी कोई भी जानकारी या बयान दे सकता है। लेकिन कोई अभी तक नहीं आया।
जेल में माफिया का सामान सुरक्षित है
मुख्तार की मौत के बाद से ही उसका कोई भी रिश्तेदार नहीं आया है। जेल प्रशासन का कहना है कि सारा सामान सुरक्षित है, लेकिन जांच पूरी होने के बाद ही परिजनों को सौंप दिया जाएगा।