मुंबई में बारिश में लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। बारिश के दौरान जगह-जगह, जल भराव हो जाता हैं। ऐसे में सड़को एवं रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाता हैं। इसके बावजूद बीएमसी सबक नहीं लेकी हैं। इस साल मुंबई मे नाला- सफाई के लिए जारी 31 टेंडर बीएमसी अब तक फाइनल नहीं कर पाई हैं। ऐसे में छोटे-बड़े नालों एवं नदियों की सफाई का काम समय पर पूरा होना मुश्किल है। मंगलवार को विधानसभा में मुंबई के नाला-सफाई का मुद्दा भी गूंजा। मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार एवं पराग अलवणी ने नाला-सफाई में देरी का मुद्दा उठाया। लिखित जवाब में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि नाला-सफाई का काम जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
BMC बार-बार बरत रही लापरवाही
बता देें कि बीएमसी हर साल यह लक्ष्य रखती है की तीन चरणों मे आसानी से नाले सफाई का काम किया जाए। जहा शुरुवाती चरण मे 31 मई से पहले यानी बरसात का मौसम शुरू होने से पहले 75 प्रतिशत नालों की सफाई की जाती है । जबकि दूसरे चरण मे मॉनसून के दौरान 1 जून से 30 सितम्बर के बिच 10 प्रतिशत सफाई की जाती है और आखिरी चरण मे मॉनसून जाने के बाद 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर के बिच 10 प्रतिशत नालों की सफाई की जाती है । हालांकि मार्च महीने की शुरवात तो हो गई है लेकिन नाले सफाई के पहले चरण की शुरुवात बीएमसी की ओर से अभी बाकि है।
मुंबई में अगर हुआ जलभराव तो इसकी जिम्मेंदार BMC होगी
मुंबईकारों की फिक्र करते हुए अगर बीएमसी आज – कल में भी इन टेंडरों को फाइनल करती है तो 10 से 15 दिन वर्क आर्डर आने मे लग जाता है। यांनी मार्च के तीसरे सप्ताह में नाले सफाई शुरू होने की उम्मीद लगाई जा सकती है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो बरसात के शुरुवाती दिनों में ही मुंबई पानी में तैरती हुई दिखाई देंगी और इसकी ज़िम्मेदार सिर्फ बीएमसी होगी।