Arvind Kejriwal : आम आदमी पार्टी अब देशभर में अपनी पकड़ मज़बूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रही है। युवाओं और छात्रों को राजनीति में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करने के मकसद से मंगलवार को पार्टी ने अपने छात्र संगठन ASAP (एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स) की शुरुआत की। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज और अवध ओझा भी मंच पर मौजूद थे।
इस मंच से केजरीवाल ने घोषणा की, “मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि आज आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन ASAP अस्तित्व में आया है। यह केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जो देश की राजनीति की दिशा और दशा दोनों को बदलने की ताकत रखता है।”
‘अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स’ की क्या है परिभाषा ?
केजरीवाल ने अपने भाषण में ‘वैकल्पिक राजनीति’ की व्याख्या करते हुए कहा कि देश में आज भी बुनियादी समस्याएं – जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और रोजगार – ज्यों की त्यों बनी हुई हैं। उन्होंने कहा, “75 सालों बाद भी हम लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं दे पाए हैं, और इसकी जड़ हमारी मौजूदा राजनीति है।”
बीजेपी और कांग्रेस पर सीधा हमला
अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए कहा कि दोनों की राजनीति में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “आज देश में यह तय करना कि आपके घर में बिजली आएगी या नहीं, या आपके बच्चों को शिक्षा मिलेगी या नहीं – सब राजनीति से तय होता है। इस राजनीति से भाग नहीं सकते, इसमें शामिल होना ही पड़ेगा।”
उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में 10 वर्षों में और अब पंजाब में सरकार चलाकर दिखा दिया है कि वैकल्पिक राजनीति कैसे काम करती है।
बीजेपी सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
केजरीवाल ने हाल ही में दिल्ली में बीजेपी की जीत के बाद की स्थिति को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “हमने फीस न बढ़ने देने की बात की थी, लेकिन बीजेपी की सरकार बनते ही तीन महीने में स्कूल फीस में इजाफा कर दिया गया। सरकारी स्कूलों की हालत बिगड़ती जा रही है और शिक्षा माफिया फिर से हावी हो गया है।” उन्होंने आगे कहा कि पहले बिजली 24 घंटे मिलती थी, लेकिन बीजेपी के आते ही फिर से पावर कट शुरू हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “ये नेता अपने बच्चों को विदेशों में पढ़ाते हैं और हमारे बच्चों को धर्म के नाम पर आपस में लड़ाते हैं।”
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केजरीवाल ने भ्रष्टाचार और पूंजीवादी राजनीति को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक सड़क के निर्माण में 250 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए, लेकिन उसकी गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। वहीं उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य हर एक पैसा जनता की भलाई में खर्च करना है, यही असली राजनीति है।” अंत में उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए झूठ और डर का सहारा लेना, विपक्ष को जेल में डालना – ये सब ‘मेनस्ट्रीम पॉलिटिक्स’ की निशानियाँ हैं। इसके विपरीत ‘अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स’ का मतलब है – पारदर्शिता, ईमानदारी और जनता की सेवा।