राजस्थान में कई ऐसे बेहतरीन सैनिक और आर्मी स्कूल हैं जो बच्चों को NDA जैसी परीक्षाओं के लिए शुरू से ही तैयार करते हैं। ये स्कूल न केवल पढ़ाई में शानदार हैं, बल्कि बच्चों में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और देशसेवा का जज़्बा भी जगाते हैं। चित्तौड़गढ़, अजमेर, जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और अलवर जैसे शहरों में ये स्कूल मौजूद हैं, जो बच्चों को भारतीय सेना में अधिकारी बनने का मौका देते हैं।
सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ (Sainik School Chittorgarh)
स्थापना वर्ष: 1961
यह क्यों खास है? यह राजस्थान का सबसे पुराना सैनिक स्कूल है और यहां से हर साल बड़ी संख्या में बच्चे NDA और अन्य डिफेंस एग्जाम पास करते हैं। यह पूरी तरह हॉस्टल आधारित स्कूल है, यानी बच्चे यहां रहकर पढ़ाई करते हैं।
एडमिशन प्रक्रिया:कक्षा 6 और 9 में एडमिशन होता है। इसके लिए All India Sainik School Entrance Exam (AISSEE) देना होता है।
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, अजमेर (Rashtriya Military School, Ajmer)
स्थापना वर्ष: 1930 (ब्रिटिश दौर में)
भारत के टॉप 5 मिलिट्री स्कूलों में शामिल
यहां से पढ़कर कई स्टूडेंट्स NDA और आर्मी/नेवी में चुने जाते हैं।
एडमिशन प्रक्रिया:कक्षा 6 और 9 में एडमिशन होता है। लिखित परीक्षा, मेडिकल और इंटरव्यू के आधार पर चयन होता है।
राजस्थान के आर्मी पब्लिक स्कूल (Army Public Schools in Rajasthan)
राज्य में कई शहरों में आर्मी पब्लिक स्कूल हैं, जैसे
आर्मी पब्लिक स्कूल, जयपुर
आर्मी पब्लिक स्कूल, जोधपुर
आर्मी पब्लिक स्कूल, बीकानेर
आर्मी पब्लिक स्कूल, अलवर
ये स्कूल मुख्य रूप से सेना के बच्चों के लिए होते हैं, लेकिन सामान्य (सिविलियन) बच्चों को भी मौका मिलता है।
यहां डिफेंस माहौल होता है जो बच्चों को अनुशासित बनाता है, हालांकि इन स्कूलों से सीधा NDA में एडमिशन नहीं मिलता। NDA के लिए अलग से परीक्षा (जैसे NDA/ CDS) पास करनी होती है।
कब और कैसे कराएं एडमिशन?
अधिकतर सैनिक स्कूलों में कक्षा 6 या 9 में एडमिशन होता है।
आपको बच्चे का रजिस्ट्रेशन समय पर कराना होता है और ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है।
बच्चे को लिखित परीक्षा, इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट तीनों पास करने होते हैं