CISF new battalions approval : नई दिल्ली मंगलवार 14 जनवरी को गृह मंत्रालय ने एयरपोर्ट और परमाणु ऊर्जा संयंत्र जैसे देश के अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को दो नई बटालियनों के गठन की मंजूरी दी है। इन बटालियनों में 2,000 से अधिक नए कर्मी होंगे। इस फैसले से सीआईएसएफ में कुल कर्मियों की संख्या लगभग 2 लाख तक पहुंच जाएगी। यह कदम सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के साथ ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।
2,000 से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा
सीआईएसएफ के प्रवक्ता ने मंगलवार को जानकारी दी कि गृह मंत्रालय ने बल की ताकत बढ़ाने के लिए दो नई बटालियनों के गठन की अनुमति दी है। उन्होंने कहा, यह निर्णय हाल ही में मंजूर की गई महिला बटालियन के साथ मिलकर हमारी क्षमता को बढ़ाएगा। इसके जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा और मजबूत होगी, साथ ही 2,000 से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा। प्रवक्ता ने बताया कि इस मंजूरी की प्रक्रिया सोमवार को पूरी हुई।
महिला बटालियन को पहले ही मिल चुकी है स्वीकृति
पिछले साल के अंत में, सीआईएसएफ के लिए एक महिला बटालियन बनाने की स्वीकृति दी गई थी। फिलहाल, सीआईएसएफ के पास 12 रिजर्व बटालियन हैं, जिनमें से प्रत्येक में 1,025 कर्मी होते हैं। नई बटालियनों का उद्देश्य आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी जरूरतों को पूरा करना है। ये प्रशिक्षित कर्मियों का एक ऐसा समूह तैयार करेंगी, जो सीआईएसएफ की बढ़ती मांगों को पूरा करने में मददगार साबित होगा।
सीआईएसएफ की अहम जिम्मेदारियां
1969 में स्थापित सीआईएसएफ देशभर में 68 नागरिक हवाई अड्डों की सुरक्षा का जिम्मा संभालता है। इसके अलावा, बल कई संवेदनशील जगहों जैसे परमाणु ऊर्जा केंद्र, एयरोस्पेस संस्थान और ऐतिहासिक स्मारकों (ताजमहल, लाल किला) की सुरक्षा भी करता है। ये प्रतिष्ठान राष्ट्रीय सुरक्षा में बेहद महत्वपूर्ण योगदान देता हैं।
रोजगार और सुरक्षा में बड़ी उपलब्धि
यह फैसला न केवल सीआईएसएफ की सुरक्षा क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि देशभर में रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा। इससे देश के युवा, खासकर सुरक्षा क्षेत्र में रुचि रखने वाले लोग, सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।