Errol Musk praises India during visit: टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के पिता एरोल मस्क इन दिनों भारत दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने भारत की संस्कृति, विरासत और अर्थव्यवस्था की जमकर सराहना की। उन्होंने भारत को एक “स्लीपिंग जायंट” यानी नींद में सोई हुई ताकत बताया, जो अब तेजी से जाग रही है और वैश्विक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा, “भारत की जीडीपी आज दुनिया में तीसरे या चौथे नंबर पर है, जो अपने आप में बेहद चौंकाने वाली और प्रेरणादायक बात है। भारत अब दुनिया में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।”
भारतीयों की तारीफ करते हुए कहा “ये लोग बहुत प्यारे हैं”
एरोल मस्क ने भारतीय लोगों की भावनाओं और स्वभाव की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारतीय लोग आक्रामक या स्वार्थी नहीं होते, बल्कि वे दिल से अपनाने वाले, प्यार करने वाले लोग होते हैं। उन्होंने कहा, “दुनिया को ऐसे ही लोगों की जरूरत है जो इंसानियत को गले लगाएं, और भारत में वो खूब देखने को मिलता है।”
अयोध्या राम मंदिर देखने की जताई इच्छा
भारत की संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत से प्रभावित एरोल मस्क ने कहा कि वे अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन करना चाहते हैं। उन्होंने भारत के इतिहास को अद्भुत बताया और कहा कि भारत का अतीत इतना गहरा और समृद्ध है कि दुनिया के इतिहास का एक बड़ा हिस्सा भारत से जुड़ा हुआ है।
उन्होंने आगे कहा, “भारत के पास वेद और अन्य प्राचीन ग्रंथ हैं, जो हजारों साल पुराने हैं। कुछ ग्रंथों में तो उड़ने वाली मशीनों का भी जिक्र है। यह वाकई में हैरान करने वाला और शानदार है।”
किताब में भारत का जिक्र
एरोल मस्क ने बताया कि उन्होंने एक किताब लिखी है जिसमें उन्होंने भारत, कश्मीर और दिल्ली जैसी जगहों का जिक्र किया है। उन्होंने कहा, “भारत मेरे लिए एक बेहद दिलचस्प और आकर्षक देश है। यहां आने की मेरी इच्छा लंबे समय से थी।”
भारत में टेस्ला की एंट्री पर क्या बोले एरोल?
जब उनसे पूछा गया कि टेस्ला भारत में कब आएगी, तो उन्होंने बहुत सावधानी से जवाब देते हुए कहा, “टेस्ला एक सार्वजनिक कंपनी है, इसलिए मैं इस पर बहुत कुछ नहीं कह सकता।” हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि, “जब मैं देखता हूं कि भारत में कितनी ऊर्जा और कितने उम्दा लोग हैं, और जब मुझे यह पता चलता है कि BYD, टाटा और महिंद्रा जैसी कंपनियां बेहतरीन गाड़ियां बना रही हैं, तो मेरा मन कहता है कि टेस्ला को भी भारत में होना चाहिए।” उन्होंने साफ किया कि यह सिर्फ उनकी निजी राय है, कंपनी के फैसले नहीं।