नई दिल्लीः भारत हिन्द महासागर में कई देशो के साथ मिल कर नौसेना का अभ्यास कराने जा रहा है। यह कार्यक्रम पिछले दो दशकों से होते आ रहा है इसे हर दो साल में आयोजित किया जाता है। समुद्री ताकतों का यह जमावड़ा नौ सैन्य अभ्यास मिलन के तहत होगा। आयोजन में 5 महाद्वीपों की 46 नौ सेनाओं को बुलाया गया है। इस अभ्यास से भारत सभी देशो के साथ में रहकर एकता का प्रतीक दिखाना चाहता है।
इस अभ्यास में अमेरिका, रूस, ईरान और इजराइल जैसे एक दूसरे के विरोधी देश भी साथ लाये जा रहे है। आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और फिजी भी इसे व्यापक बना रहे हैं। इसके अलावा ब्रिटेन, फ्रांस और जापान भी इसमें शामिल हैं। नौसेना के मुताबिक, 10 दिन का ये अभ्यास 26 फरवरी से 3 मार्च तक चलेगा। इसमें भारत से 100 जंगी पोत रहेंगे।
इन सभी देशों के नौसेना अभ्यास में चीन और पाकिस्तान को न्योता नहीं दिया गया है। इसे वह अब अपने खिलाफ लामबंदी के तौर पर देख रहे हैं। नौसेना के एक अधिकारी ने कहा कि अभ्यास हिंद महासागरीय देशों के लिए शुरू किया गया था, पर इस बार का मिलन व्यापक हिस्सेदारी के हिसाब से अभूतपूर्व है।
(उज्ज्वल चौधरी)