आईपीएस कृष्ण कुमार बिश्नोई 2018 बैच के अधिकारी हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस में अपनी कर्तव्यनिष्ठा और साहसिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं। मूल रूप से राजस्थान के बाड़मेर जिले के निवासी, उन्होंने गोरखपुर में एसपी सिटी के रूप में अपनी सेवा दी और हाल ही में संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में स्थानांतरित हुए हैं। उनके नेतृत्व में कई सफल ऑपरेशनों को अंजाम दिया गया।
कृष्ण कुमार बिश्नोई, जिन्हें केके बिश्नोई भी कहा जाता है, राजस्थान के बाड़मेर जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव के ही सरकारी स्कूल में हुई। पढ़ाई में बचपन से ही तेज बिश्नोई ने 12वीं में शानदार प्रदर्शन किया और इसके बाद दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से पढ़ाई की।
विदेश में पढ़ाई का सपना
कृष्ण बिश्नोई हमेशा से विदेश में पढ़ाई करना चाहते थे। उन्हें फ्रांस में पढ़ाई के लिए 40 लाख रुपये की स्कॉलरशिप मिली। उन्होंने पेरिस स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स से अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा में मास्टर डिग्री की। इसके बाद उन्होंने अमेरिका के फ्लेचर स्कूल में भी पढ़ाई की।
30 लाख की नौकरी छोड़ने का लिया फैसला
पढ़ाई पूरी करने के बाद कृष्ण को यूनाइटेड नेशन में 30 लाख रुपये सालाना सैलरी वाली नौकरी मिली। लेकिन देश सेवा का जज्बा उन्हें भारत वापस खींच लाया। यहां उन्होंने विदेश मंत्रालय में कुछ समय काम किया और फिर यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया।
बिना कोचिंग के क्लियर किया यूपीएससी
कृष्ण बिश्नोई ने बिना किसी कोचिंग के, केवल खुद की मेहनत से यूपीएससी की तैयारी की। पहले प्रयास में असफल होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। दूसरे प्रयास में, महज 24 साल की उम्र में उन्होंने यूपीएससी क्लियर कर आईपीएस बनने का सपना पूरा किया।
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आईपीएस बनने के बाद उपलब्धियां
आईपीएस बनने के बाद कृष्ण बिश्नोई ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। मेरठ में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने 5 लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की कोठी बुलडोजर से गिरवा दी। गोरखपुर में माफियाओं की 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त की। आज संभल के एसपी के रूप में वह शांति और सुरक्षा बनाए रखने में जुटे हैं।
संभल में नेतृत्व क्षमता
हाल ही में संभल में एक मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसा हुई। इस दौरान कृष्ण बिश्नोई ने बेहतरीन नेतृत्व दिखाया। उन्होंने गुस्साई भीड़ से शांति बनाए रखने की अपील की और युवाओं को समझाया कि नेताओं के बहकावे में आकर अपना भविष्य बर्बाद न करें। उनकी सूझबूझ और दृढ़ता से हालात जल्द ही काबू में आ गए।