प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित आईडीएफ वर्ल्ड डेयरी समिति-2022 का उद्घाटन किया। इस समारोह के मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से भारत में लंपी नाम की बीमारी ने पशुओं को बहुत हानि पहुंचाई है। भारत के अनेक राज्यों में लंपी वायरस से पशुधन की क्षति हुई है। ये एक संक्रामक बीमारी है, जो मवेशियों को प्रभावित करती है और उनकी स्किन पर गाठ, बुखार का कारण बनती है। इससे पशुओं की मौत भी हो सकती है। इसलिए लंपी वायरस पर कंट्रोल करने विभिन्न राज्य सरकारों के साथ मिलकर केंद्र सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि हमारे वैज्ञानिकों ने लंपी स्किन डिजीज से लड़ने के लिए स्वदेशी वैक्सीन तैयार कर ली है।
लंपी के चलते राजस्थान में दूध उत्पादन में भारी कमी

वहीं, एक अधिकारी ने बताया कि मवेशियों में लंपी वारयस बीमारी की शुरुआत के बाद पूरे राजस्थान में दूध संग्रह में प्रति दिन 3 से 4 लाख लीटर की कमी होने का अनुमान है. हालांकि, कम संग्रह ने खुदरा दुकानों पर दूध की मांग-आपूर्ति अनुपात को प्रभावित नहीं किया है क्योंकि विभाग ने पिछले पांच महीनों में दूध संग्रह बढ़ाने के लिए आक्रामक प्रयास किए थे.
राजस्थान सहकारी डेयरी महासंघ (आरसीडीएफ) के अनुसार, जून माह में संग्रहण केन्द्रों पर प्रतिदिन लगभग 20 लाख लीटर दूध एकत्र किया जा रहा था. संग्रह में प्रति दिन 3 से 4 लाख लीटर की कमी होने का अनुमान है और वर्तमान में यह प्रति दिन 29 लाख लीटर है. प्रदेश में बीमारी शुरू होने के बाद दूध संग्रह में 3 से 4 लाख लीटर प्रतिदिन की कमी आई है. यह 32 से 33 लाख लीटर प्रतिदिन होता लेकिन वर्तमान में 29 लाख लीटर प्रतिदिन है.
2025 तक हर पशु का वैक्सीनेशन होगा
पीएम ने कहा कि जब पशु बीमार होता है तो वह किसान के परिवार को, उसकी आय को प्रभावित करता है। पीएम ने कहा कि भारत में हम पशुओं के यूनिवर्सल वैक्सीनेशन पर भी जोर दे रहे हैं। हमने संकल्प लिया है कि आने वाले साल 2025 तक हम भारत में शत प्रतिशत पशुओं को फुट एंड माउथ डिजीज और ब्रुसलॉसिसकी वैक्सीन लगाएंगे। उन्होंने कहा कि हम इस दशक के अंत तक इन बीमारियों से पूरी तरह से मुक्ति पाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत, डेयरी पशुओं का सबसे बड़ा डेटाबेस तैयार कर रहा। डेयरी सेक्टर से जुड़े हर पशु की टैगिंग हो रही। आधुनिक टेक्नोलॉजी की मदद से हम पशुओं की पहचान कर रहे हैं। जिसे हमने ‘पशु आधार’ नाम दिया है।
क्या है लंपी वायरस (What is lumpy virus)
साल 2019 में पहली बार भारत में इस वायरस की दस्तक हुई थी, यह त्वचा का एक रोग है, जिसमें स्किन में गांठदार या ढेलेदार दाने बन जाते हैं. इसे एलएसडीवी कहते हैं. यह एक जानवर से दूसरे में फैलता है. यह कैप्रीपॉक्स वायरस के कारण ही फैलता है. जानकारी कहती है कि यह बीमारी मच्छर के काटने से जानवरों में फैलती है.
लंपी वायरस के लक्षण (Lumpy Virus Symptoms in Hindi)
लंपी स्किन डिजीज के प्रमुख लक्षण पशु को बुखार आना,वजन में कमी,आंखों से पानी टपकना,लार बहना,शरीर पर दाने निकलना,दूध कम देना और भूख नहीं लगाना है.इसके साथ ही उसका शरीर दिन प्रतिदिन और खराब होते जाना