नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। अब कार्यवाहक नहीं बल्कि बीजेपी को पुर्णकालीन अध्यक्ष मिलने जा रहा है। अपनी विदेश यात्रा शुरू करने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने एक बड़ी बैठक की। मंथन हुआ। आरएसएस को साधा गया। संगठन से जुड़े नेताओं से रायसुमारी की गई। तीन दिन तक ये सिलसिला चलता रहा। विदेश दौरे से आते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के अगले बॉस के नाम पर मुहर लगा दी। अब किसी भी वक्त बीजेपी को अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा।
जेपी नड्डा वर्तमान में बीजेपी के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। पिछले एक वर्ष से बीजेपी के पूर्णकालीन अध्यक्ष को लेकर पार्टी के अंदर मंथन जारी था। सोशल मीडिया में आएदिन नए-नए नाम सामने आ रहे थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने विदेश के दौरे से ठीक पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर नेताओं के साथ बैठक की। साथ ही बीजेपी ने आरएसएस से भी फीडबैक लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पांच देशों की एक हफ्ते से अधिक की यात्रा के बाद स्वदेश लौट आए हैं। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी की आंतरिक चुनाव समिति अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तारीख जल्द घोषित करने वाली है।
बीजेपी सूत्र का कहना है कि एक केंद्रीय मंत्री का नाम पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में लगभग फाइनल हो चुका है, जो पीएम मोदी के भी बेहद करीबी और भरोसेमंद हैं। अभी तक बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही थीं। लेकिन, अब बीजेपी के अंदरूनी सूत्र ने बताया है कि पार्टी को ऐसा नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर मिलने जा रहा है, जो संगठन के आदमी हैं। बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया है कि गुरुवार शाम को पार्टी के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी और ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष डॉ के लक्ष्मण की अगुवाई में एक बैठक हुई है, जिसमें चुनाव तारीख पर औपचारिक मुहर लग गई है।
बीजेपी की राष्ट्रीय चुनाव समिति में लोकसभा सांसद संबित पात्रा सदस्य हैं। संबित पात्रा और पार्टी के महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के साथ एक बैठक होनी है। इसी बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तारीख पर मुहर लगनी है। एक बीजेपी पदाधिकारी के अनुसार केंद्रीय आवास और शहरी मामले और ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना लगभग तय है। उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत खट्टर ही बन रहे हैं। वह पीएम नरेंद्र मोदी के भी भरोसेमंद हैं और आरएसएस भी उनके नाम पर सहमत है। बीजेपी से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बीच राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चर्चा हो चुकी है। मनोहरलाल के नाम पर दोनों नेताओं ने अपनी मुहर लगा दी है।
71 वर्षीय हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अभी राज्य की करनाल लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हरियाणा के रोहतक में जन्मे खट्टर पंजाबी बिरादरी से आते हैं। 2014 में हरियाणा के सीएम बनने से पहले वे बीजेपी के संगठन का ही काम संभाल रहे थे। उससे पहले वे लंबे समय तक आरएसएस के प्रचारक थे। वे 1977 से ही संघ से जुड़ गए और आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर खुद को जन सेवा के लिए समर्पित किया। आरएसएस के प्रचारक के तौर पर उन्होंने 14 साल काम किया और फिर 1994 से इसके राजनीतिक संगठन बीजेपी में सक्रिय हो गए। हरियाणा में ही उन्हें सबसे पहले पीएम मोदी के साथ मिलकर संगठन का काम करने का मौका मिला था।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी, 2023 में ही पूरा हो चुका था। 2019 में उन्हें अमित शाह की जगह पहले कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया था और बाद में उन्हें पूर्णकालिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुन लिया गया। 2023 में उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए उनके कार्यकाल को बढ़ा दिया। पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में उन्हें केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया। तब लगा कि उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी से जल्द मुक्ति मिल जाएगी। क्योंकि, बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद की व्यवस्था का प्रचलन है।
दरअसल, पिछले कई सालों से एक-एक करके विधानसभा चुनाव होते गए और नड्डा अपने पद पर बने रहे। फिर पार्टी के संगठनात्मक चुनावों की वजह से नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव टलता गया। अब ज्यादातर राज्यों में संगठन का चुनाव पूरा हो चुका है, इसलिए जुलाई में पार्टी को नए अध्यक्ष मिल जाना तय माना जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी का एक खेमा पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के पक्ष में हैं। बीजेपी का ये खेमा शिवराज मामा को राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी पर देखना चाहता है। शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के कद्दावर नेता हैं। वह अटल जी के करीबी रहे हैं और केंद्र सरकार में उन्हें मंत्री भी बनाया गया था। शिवराज सिंह चौहान की पकड़ संगठन में अच्छी बताई जाती है।
हाल ही भूपेंद्र यादव के जन्मदिन पर जिस तरह से उन्हें बधाइयां मिली, इससे लग रहा था कि भूपेंद्र यादव रेस में सबसे आगे हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। राजस्थान से आने वाले यादव ने उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में चुनावी रणनीति को सफलतापूर्वक संभाला है। भूपेंद्र यादव बिहार में कई सालों तक प्रभारी रहे हैं। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी रणनीति ने बीजेपी को मजबूती दी थी। उनकी आरएसएस से गहरी निकटता और अमित शाह के साथ करीबी रिश्ते उन्हें मजबूत दावेदार बनाते हैं। हालांकि सूत्र बताते हैं कि वर्तमान में मनोहरलाल सबसे आगे चल रहे हैं।