Pachmarhi A Perfect Mix of Nature, History & Adventure: पचमढ़ी मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में बसा हुआ एक शांत और हरा-भरा हिल स्टेशन है। यह उज्जैन से करीब 400 किलोमीटर दूर है। मानसून के मौसम में यह जगह और भी खूबसूरत लगने लगती है। चारों तरफ हरियाली, ठंडी हवा और बादलों से ढके पहाड़ इसे एक परफेक्ट घूमने की जगह बनाते हैं।
धूपगढ़ – सूरज डूबने का जादुई नज़ारा
पचमढ़ी में सबसे ऊंची जगह है धूपगढ़। यह सतपुड़ा की सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है। यहां से सूरज का डूबना यानी सूर्यास्त देखना किसी जादू से कम नहीं लगता। रात में यहां से शहर की लाइटें भी बहुत खूबसूरत लगती हैं। जो लोग ट्रैकिंग पसंद करते हैं, उनके लिए यह जगह किसी तोहफे से कम नहीं।
पांडव गुफाएं – इतिहास से जुड़ी एक शांत जगह
पचमढ़ी की पांडव गुफाएं पांच बड़ी-बड़ी चट्टानों को काटकर बनाई गई हैं। कहा जाता है कि पांडव यहां कुछ समय के लिए ठहरे थे। वहीं कुछ इतिहासकार मानते हैं कि इन गुफाओं का निर्माण बौद्ध भिक्षुओं ने किया था। चारों तरफ हरियाली और शांति का माहौल इसे और खास बनाता है।
सतपुड़ा नेशनल पार्क – जंगल और जानवरों की दुनिया
अगर आप वाइल्डलाइफ के शौकीन हैं तो सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान जरूर जाएं। यह सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का हिस्सा है। यहां बाघ, तेंदुए, हिरण और कई तरह के जानवर देखने को मिलते हैं। इसके अलावा यहां 300 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां भी देखने को मिलती हैं। घने जंगल और गहरी घाटियां इसे और भी रोमांचक बना देती हैं।
अप्सरा ताल – एक सुंदर झरना
अप्सरा ताल, जिसे परी ताल भी कहा जाता है, एक बहुत ही खूबसूरत झरना और कुंड है। बरसात के मौसम में इसका नजारा देखने लायक होता है। आसपास की हरियाली और बीच में बहता झरना मन को सुकून देता है।
जटाशंकर गुफाएं – आस्था और शांति का मेल
भगवान शिव को समर्पित जटाशंकर गुफाएं भी पचमढ़ी की एक पवित्र जगह है। यहां आने से मन को शांति और सुकून मिलता है। यह जगह पेड़ों और हरियाली से घिरी हुई है और यहां की ठंडी हवा मन को ताजगी देती है।
पचमढ़ी घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का होता है, जब मौसम ठंडा और साफ होता है। अगर आप प्रकृति और शांति के करीब जाना चाहते हैं, तो पचमढ़ी एकदम सही जगह है।