नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पाकिस्तान ने इसबार बहुत बड़ी गलती कर दी है। नापाक आर्मी के बॉस मुल्ला मुनीर को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। क्योंकि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार का रूख बहुत सख्त है। खुद पीएम नरेंद्र मोदी ‘पलटवार’ को लेकर मंथन कर रहे हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक भी कर चुके हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत की तरह से जो बदलापुर होगा, उसे पाकिस्तानी सदियों तक भूल नहीं पाएंगे। इसबार ऐसा प्लान तैयार किया गया है कि आतंकियों का तो खात्मा होगा ही, साथ ही पाक आर्मी के बड़े सरदारों पर प्रहार होगा। हम सुरक्षा कारणों से ऑपरेशन के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकते, लेकिन इतना तय है कि पाकिस्तान के अंदर बारूद इतना भरा जाएगा, कि वहां इसकी गंद कई वर्षों तक लोगों को महसूस होती रहेगी।
क्या है पूरा मामला, भारत आगबबूला
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 28 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी। इस बड़े नरसंहार से पूरी दुनिया हैरान है और दुनिया भर में इसकी निंदा भी हो रही है। इस घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच के तनाव को फिर से जिंदा कर दिया है। यह इसलिए भी अहम हैए क्योंकि हमला पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर की कश्मीर को लेकर दी गई धमकी के कुछ ही दिन के भीतर हुआ है। इस आतंकी हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। भारत के गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय सेना अध्यक्ष जम्मू कश्मीर देरशाम कश्मीर पहुंचे थे। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमले के वक्त सउदी अरब में थे। आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी सउदी का दौर बीच में ही छोड़कर भारत आ गए। पीएम मोदी NSA अजीत डोभाल, विदेशमंत्री के साथ बैठक की। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ आपात बैठक की।
सीधे चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा
बैठकों के बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत पाकिस्तान में कुछ बड़ा होने वाला है। आतंकी हमले के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह घाटी पहुंचे। शाह खुद पूरे मामले को देख रहे है। अमित शाह ने कहा कि हम किसी को नहीं बख्शेंगे। आतंक के आगे हम नहीं झुकने वाले हैं। बताया जा रहा है कि बुधवार की शाम सीसीएस की बैठक होगी। जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत अन्य लोग मौजूद रहेंगे। एक और बात सामने निकल कर आई है। बताया जा रहा है कि पहलगाम में जब आतंकी हमला हुआ, तो उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी में थे. मोदी वहां का दौरा रद्द कर तुरंत भारत आ गए। रिपोर्ट के मुताबिक पीएम पाक के एयर स्पेस के बदले किसी और रूट से दिल्ली आए हैं। मोदी के इस कदम से पाकिस्तान को सीधे चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है।
उड़ते हुए देखे गए विमान
पहलगाम घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुख की बैठक ली है। इस बैठक में तीनों सेना प्रमुख ने तैयार होने की बात कही है। वहीं भारत के बदलापुर के चलते पाकिस्तान में डर का माहौल है। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने एक बयान में कहा है कि अगर भारत हमला करता है तो यहां की सभी पार्टियां मिलकर उसका विरोध करेगी। फवाद से पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्याजा आसिफ ने हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं बताया है। वहीं सेटेलाइट से आई रिपोर्ट के मुताबिक पूरी रात पाकिस्तान सीमा के आसपास उसके वायुसेना के विमान एक्टिव रहे। पाक ने खुफिया जानकारी जुटाने के लिए 2 फाइटर जेट तैनात किए थे। दोनों विमान भारतीय सीमा के पास उड़ते हुए देखे गए। इतना ही नहीं पीओके के आतंकियों को पाक सेना अपने बंकरों के अंदर कर लिया है।
पाक आर्मी के पैरों के तले से जमीन खिसक जाएगी
भारतीय रक्षा विशेषज्ञों ने न्यूज चैनलों के दिए इंटरव्यू में बताया कि भारत इसबार सर्जिकल और एयर स्ट्राइक नहीं करेगी। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि हो सकता है कि भारतीय नेवी को ऑपरेशन की जिम्मेदारी दी। अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान पूरी तरह से बर्बाद हो सकता है। पूर्व मेजर गौरव आर्या ने कहा कि मैं जितना भारतीय सेना और पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में जानता हूं, उसके अनुसार कह सकता हूं कि पलटवार ऐसा होगा कि पाक आर्मी के पैरों के तले से जमीन खिसक जाएगी। पंजाबी जनरल, कमांडरों की जब लाशें उनके घर पर जाएंगी तब उन्हें पता चलेगा कि उन्होंने कितनी बड़ी गलती की। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि आतंकवादी तो प्यादे हैं। इनके सरकार पाक आर्मी के बॉस हैं। अब इन्हीं का नंबर है। अब इन्हें बंकर भी नहीं बचा सकेंगे।
यह कार्रवाई मई के अंतिम सप्ताह में
ब्रिटेन की मशहूर पत्रिका द इकनॉमिस्ट के डिफेंस एडिटर शशांक जोशी ने एक अहम बयान दिया है। जिससे भारत.पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हलचल और बढ़ सकती है। उन्होंने कहा है कि भारत आने वाले हफ्तों में पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है। शशांक जोशी ने एक्स पर लिखा कि उन्हें 60 प्रतिशत संभावना नजर आती है कि यह कार्रवाई मई के अंतिम सप्ताह में हो सकती है। उन्होंने यह भी साफ किया कि यह उनका कोई मजाक नहीं है, बल्कि एक गंभीर आकलन है। भारत की तरफ से कार्रवाई बहुत भवायह होगी। जिसके बारे में पाकिस्तान ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा। इस वक्त पूरी दुनिया भारत के साथ है और पाकिस्तान अकेला।
पाकिस्तान के बीच युद्ध भी शुरू हो सकता
अमेरिका की डेलावेयर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मुक्तदर खान की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। मुक्तदर खान ने पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर के हाल ही में दिए हिंदू-मुसलमान और टू नेशन थ्योरी के बयानों से साफ है कि पहलगाम में आतंकी से पाकिस्तान का सीधा कनेक्शन है। मुक्तदर खान ने कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान की सरकार तत्काल अपने बॉर्डर खोले और भारतीय एजेंसियों को जांच में हर तरह से मदद करे। भारत जो भी मांगे, पाकिस्तान को उसे उपलब्ध कराना चाहिए। अगर पाकिस्तान भारत को सहयोग नहीं करता है तो पूरी दुनिया को इस्लामाबाद को साइडलाइन करना शुरू कर देना चाहिए। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध भी शुरू हो सकता है।
सैन्य कार्रवाई की आधिकारिक घोषणा नहीं
भारत का इतिहास बताता है कि वह ऐसे आतंकी हमलों का जवाब देने में देर नहीं करता। 2016 के उरी हमले और 2019 के पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर सख्त संदेश दिया था। इन कार्रवाइयों में कई आतंकी मारे गए थे और पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था। पहलगाम हमले के बाद भारत ने एक बार फिर अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर लिया है। एलओसी पर सैन्य गतिविधियों में तेजी आई है और खुफिया एजेंसियां लगातार पीओके में हो रही गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। सोशल मीडिया पर भी नागरिकों का आक्रोश फूट पड़ा है और बड़ी संख्या में लोग सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक की मांग कर रहे हैं। हालांकि भारत सरकार की ओर से अभी तक किसी प्रकार की सैन्य कार्रवाई की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।