Tesla factory in India: भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में बड़ी हलचल मचने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (18 अप्रैल) को टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क से फोन पर बात की और भारत-अमेरिका के बीच तकनीक और इनोवेशन के क्षेत्र में गहराते सहयोग पर चर्चा की। पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इस बातचीत की पुष्टि करते हुए बताया कि बातचीत में कई अहम मुद्दे शामिल रहे। खास बात यह रही कि टेस्ला की भारत में एंट्री को लेकर एक मजबूत संकेत मिला है। दोनों नेताओं की यह बातचीत ऐसे समय हुई है जब टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का उत्पादन और निवेश बढ़ाने की योजना बना रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एलन मस्क के बीच हुई इस फोन बातचीत को भारत-अमेरिका टेक सहयोग की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “मैंने एलन मस्क से बात की और उन विषयों पर चर्चा की जो हमने इस साल की शुरुआत में वाशिंगटन डीसी में मुलाकात के दौरान उठाए थे। हमने तकनीक और इनोवेशन के क्षेत्रों में साथ मिलकर काम करने की संभावनाओं पर चर्चा की।”
बातचीत में खास तौर पर भारत के तेजी से बढ़ते टेक सेक्टर और टेस्ला के लिए यहां संभावित अवसरों पर चर्चा की गई। Tesla पहले ही भारतीय बाजार में एंट्री के लिए संभावनाएं तलाश रही है और अब मोदी-मस्क बातचीत के बाद इसकी दिशा और स्पष्ट हो गई है।
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बताया जा रहा है कि सरकार Tesla को भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, जिसमें बैटरी निर्माण से लेकर पूरे EV असेंबली की योजनाएं शामिल हो सकती हैं। इस सहयोग से भारत को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में वैश्विक बढ़त मिल सकती है।
गौरतलब है कि पीएम मोदी और मस्क की पिछली मुलाकात फरवरी में अमेरिका में हुई थी। उस समय भी दोनों ने EV, सौर ऊर्जा और अंतरिक्ष तकनीक जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने की इच्छा जताई थी।
दिलचस्प बात यह भी रही कि उस मुलाकात में पीएम मोदी ने मस्क के तीन बच्चों को भारतीय साहित्य की पुस्तकें भेंट की थीं, जिसमें टैगोर, आर.के. नारायण और पंचतंत्र जैसी कृतियां शामिल थीं।
अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि Tesla की पहली भारतीय गाड़ी कब सड़क पर दौड़ेगी।